Covid-19 Update: 8 राज्यों से साथ स्वास्थ्य सचिव की बैठक, 'टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट' फॉर्मूले पर लौटने के निर्देश
नई दिल्ली: थ्री टी यानी 'टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट की प्रभावी रणनीति कोरोना वायरस महामारी के दौरान फलदायक साबित हुई थी। अब फिर एक बार सक्रिय COVID-19 मामलों में आज लगातार चौथे दिन वृद्धि दर्ज की गई, जिसपर केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण और नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. विनोद पॉल ने आज हरियाणा, आंध्र प्रदेश के स्वास्थ्य सचिवों और एमडी (NHM) के साथ बातचीत की। इस दौरान उन्होंने आठ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों - हरियाणा, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, गोवा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली और चंडीगढ़ में कहा कि वे सबसे खराब जिलों में प्राथमिकता समूहों के लिए परीक्षण बढ़ाने, ट्रेसिंग और टीकाकरण में तेजी लाएं।
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण और डॉ. विनोद के पॉल, सदस्य (स्वास्थ्य), नीति आयोग ने हरियाणा, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, गोवा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और दिल्ली और चंडीगढ़ के स्वास्थ्य सचिवों के साथ बैठक की थी। इस दौरान सामने आया कि आठ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 62 जिलों में आरटी-पीसीआर टेस्टों और ट्रेसिंग की कमी देखी जा रही है।
सरकार ने बताया कि हर पॉजिटिव केस में कम से कम 20 व्यक्तियों का एक औसत ट्रैसिंग के साथ टेस्टिंग और सुपर-स्प्रेडर घटनाओं की सक्रिय निगरानी पर भी जोर दिया गया है। वहीं राज्यों को बताया गया कि उपलब्ध वैक्सीन खुराक का अधिकतम उपयोग करें और महत्वपूर्ण जिलों पर ध्यान केंद्रित करें और निजी अस्पतालों के साथ मिलकर कम से कम 15 दिनों और अधिकतम 28 दिनों के लिए टीकाकरण टाइम-टेबल रखें। कोरोना के पॉजिटिव केस आने पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज एक बयान में कहा कि ये एक साथ पड़ोसी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में ट्रांसमिशन का बड़ा जोखिम पैदा कर सकते हैं।
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भारत में अब तक 1.1 करोड़ से अधिक कोरोना के मामले दर्ज किए जा चुके हैं। पिछले 24 घंटों में 18,327 मामले सामने आ चुके है। मंत्रालय के मुताबिक 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 1,000 से कम सक्रिय मामले हैं। वहीं देश भर में कल 14.9 लाख लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगी है, जो एक दिन में सबसे अधिक है। अब तक 1.9 करोड़ से अधिक खुराक लोगों को दी जा चुकी है। सरकार ने जुलाई तक 30 करोड़ लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा है।