आंध्र प्रदेश में तुंगभद्रा नदी के तट पर शुरू हुई RSS की बैठक, अमित शाह भी होंगे शामिल
नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और बीजेपी नेताओं की 31 अगस्त से आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले के मंत्रालयम गांव में तुंगभद्रा नदी के तट पर 'चिंतन बैठक' हो रही है। इस बैठक को 2019 के लोकसभा चुनावों के मद्देनजर काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। बीजेपी की नजर आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में बने खाली स्थान पर हैं। जिसे वह अपने कब्जे में करना चाहेगी। इस महत्वपूर्ण बैठक में संघ प्रमुख मोहन भागवत और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह सहित पार्टी के प्रमुख नेता शामिल हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हर संगठन अपनी योजनाओं और काम करने की शैली के अनुसार निर्णय लेता है। अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा और अखिल भारतीय कार्यकर्ता मंडल साल में दो बार मिलते हैं। उन्होंने आगे कहा कि कई लोग समाज में विभिन्न क्षेत्रों में काम करते हैं और वे वहां कई प्रमुख नागरिकों से मिलते हैं और संगठनों में अभिनव विचारों को भी लागू कराते हैं। इन सभी अनुभवों को साझा करने के लिए, यह समन्वय बैठक आयोजित की जाती है। यह इस बैठक का विशिष्ट उद्देश्य है। कुमार ने कहा, हम किसी को भी अपने प्रतिद्वंद्वी के रूप में नहीं मानते हैं, संघ पूरे समाज के लिए काम करता है।
बैठक को राघवेन्द्र मठ के प्रमुख स्वामी सुबुदेन्द्र तीर्थ ने भी संबोधित किया। स्वामी जी ने कहा कि भारत राष्ट्रों की आकाशगंगा में सबसे अच्छा है। यह एक ऐसी भूमि है जहां संतों और तपस्वियों ने काम किया है। उन्होंने कहा कि हम सब के प्रयासों से हिंदू समाज में जागरुकता आएगी और हिंदू धर्म अपना सम्मानित स्थान पा सकेगा। भारत जगद्गुरु है। यह एक ऐसी भूमि है जहां सम्मानित संत रहते हैं और जिनके पास पवित्र स्थान हैं। भारत में विविध संस्कृतियां एकजुट हैं।
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