WHO वैज्ञानिक ने आखिरकार बताया कि कोरोनावायरस महामारी पर कब तक नियंत्रण पाया जा सकेगा
WHO वैज्ञानिक ने आखिरकार बताया कि कोरोनावायरस महामारी पर कब तक नियंत्रण पाया जा सकेगा
नई दिल्ली। दुनिया भर में कोरोनावायरस संक्रमितों की संख्या लगाता बढ़ती जा रही हैं, संक्रमितों की संख्या 4.3 मिलियन पर पहुंच गई है जबकि तीन लाख लोगों की मौत हो चुकी है।। दुनिया भर में अब तक तीन लाख से अधिक लोगों की कोरोना से मौत हो गई हैं। हर किसी के जेहन में ही ये ही सवाल आ रहा हैं कि आखिर ये वायरस का प्रकोप आखिर कब खत्म होगा? आखिर इस वायरस से फैली महामारी को नियंत्रित करने में कितने साल लगेंगे। विश्व स्वास्थ्य संगठन डब्लूएचओ की मुख्य वैज्ञानिक ने आखिरकार इसका खुलासा कर दिया हैं कि इस महामारी को नियंत्रित करने में अभी कितना समय लग सकता हैं?
डब्लूएसओ की विशेषज्ञ ने बताया कि कितना लगेगा समय
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की मुख्य वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने एक डिजिटल कॉन्फ्रेंस में कहा कि कोविड-19 महामारी को नियंत्रित करने में चार से पांच साल का समय लग सकता है। मगर उम्मीद है कि एक प्रभावी टीके से वायरस का अंत हो सकता है। वहीं अन्य विशेषज्ञों ने वायरस पर अंकुश लगाने की तारीखों की अपेक्षाओं को कम कर दिया है। उन्होंने कहा कि 'मैं कहना चाहती हूं कि चार से पांच सालों के अंदर हम इसे नियंत्रित कर पाएंगे। 'फाइनेंशियल टाइम्स के बोर्डरूम वेबिनार में बुधवार को बोलते हुए, स्वामीनाथन ने जोर दिया कि भविष्य में अत्यधिक संक्रामक बीमारी के संभावित खतरे की भविष्यवाणी करने के लिए कोई हमारे पास कोई 'क्रिस्टल बॉल' नहीं है।
कोरोना के कहर के बीच विशेषज्ञों ने दी दुनिया में जल्द इस नई महामारी के फैलने की चेतावनी
"बहुत सारे इफ और बट्स" हैं
उन्होंने कहा कि प्रभावशाली कारकों में यह देखना होगा कि क्या वायरस मैच्योर (परिपक्व) होता है। इसके अलावा रोकथाम और वैक्सीन विकास के उपाय करने होंगे। स्वामीनाथन ने कहा कि जब दुनिया के शीर्ष वैज्ञानिक कोरोनोवायरस के लिए एक वैक्सीन खोजने की कोशिश कर रहे हैं, जो "अभी सबसे अच्छा तरीका है। लेकिन उन्होंने कहा कि ऐसी दवा के उत्पादन, वितरण, सुरक्षा, प्रभाव के बारे में "बहुत सारे इफ और बट्स" हैं।
कोरोनावायरस 'कभी नहीं जा सकता'
वहीं डब्ल्यूएचओ के आपातकालीन सेवा कार्यक्रमों के प्रमुख डॉक्टर माइकल जे रायन से कहा कि इस बात का अनुमान नहीं लगा सकता है कि यह बीमारी कब खत्म होगी। माइक रयान ने कहा था कि कोरोनावायरस 'कभी नहीं जा सकता'। हालांकि उन्होंने बिना पर्याप्त सर्विलांस उपायों के लॉकडाउन के नियमों में छूट देने को लेकर चेतावनी दी।उन्होंने कहा, 'हमें इस बात का ख्याल रखना होगा कि लॉकडाउन हटने के बाद लोगों की मौत में इजाफा न हो। हमारे सामने एक नया वायरस है जो लोगों के अदंर पहली बार प्रवेश कर रहा है और इसलिए यह अनुमान लगाना बहुत कठिन है कि हम कब उस पर हावी हो पाएंगे। यह वायरस कभी भी जाने वाला नहीं है।'
एचआईवी जैसे कहीं नहीं गया वैसे ये भी नहीं जाएगा
डॉक्टर माइकल ने कहा कि एचआईवी कहीं नहीं गया। हम इस वायरस के साथ रह रहे हैं और हमने इसके लिए थेरेपी और इसके बचाव के उपाय ढूंढे और अब लोग पहले की तरह इससे डरते नहीं हैं। हम अब एचआईवी मरीजों को स्वस्थ और लंबी जिंदगी दे पा रहे हैं। मुझे नहीं लगता कि कोई भी यह बता सकता है कि यह बीमारी कब खत्म होगी।विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के एक विशेषज्ञ, सौम्या स्वामीनाथन ने कहा है कि कोरोनोवायरस महामारी युक्त 4 से 5 साल लग सकते हैं। कोरोनोवायरस कंटेंट टाइमलाइन के बारे में अपेक्षाओं को कम करने के प्रयास में, विशेषज्ञ ने कहा, "मैं चार से पांच साल की समयसीमा में कहूंगा कि हम इसे नियंत्रित कर सकते हैं।"
WHO
के
सीनियर
अधिकारी
का
बड़ा
बयान,
कहा-
'हो
सकता
है
कि
दुनिया
से
कभी
खत्म
ही
ना
हो
कोरोना'
कोरोना के कहर के बीच विशेषज्ञों ने दी दुनिया में जल्द इस नई महामारी के फैलने की चेतावनी