80 में से कौन है वो उत्तर प्रदेश की एक सीट, जहां कांग्रेस ने बचाई अपनी इज्जत
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में एक बार फिर करारी शिकस्त के बाद कांग्रेस में उथलपुथल चल रही है। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेते हुए प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर ने अपना इस्तीफा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को भेज दिया है। कांग्रेस यूपी की 80 में एक सिर्फ एक सीट बचाने में सफल रही। ये सीट है रायबरेली। जहां से यूपीए अध्यक्षा सोनिया गांधी एक लाख से अधिक मतों के अंतर से जीतकर संसद पहुंची हैं। हालांकि उनके बेटे और कांग्रेस राहुल गांधी को परंपरागत सीट अमेठी से हार का मुंह देखना पड़ा।
सोनिया गांधी के खिलाफ उनके करीबी रहे दिनेश सिंह को बीजेपी उतारा था
रायबरेली लोकसभा सीट से यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने 1 लाख 67 हजार वोटों के अंतर से बीजेपी के दिनेश सिंह को हरा दिया है। कभी सोनिया गांधी के काफी खास माने जाने वाले दिनेश सिंह को इस बार बीजेपी ने उनके खिलाफ उतारा था। दिनेश सिंह को 367740 वोट मिले। वहीं सोनिया गांधी को कुल 5,34,918 मत मिले। पिछले लोकसभा चुनाव में सोनिया ने रेकॉर्ड 3 लाख 52 हजार वोट से जीत दर्ज की थी लेकिन इस बार जीत के मतों का अंतर काफी कम रहा।
रायबेरली से 2004 में चुनाव लड़ीं और तब से अब तक वह यहां की सांसद हैं
सोनिया गांधी पहली बार रायबेरली से 2004 में चुनाव लड़ीं और तब से अब तक वह यहां की सांसद हैं। रायबरेली में सोनिया गांधी का कितना असर है, अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इन चुनावों से पहले करीब 15 साल से वे सांसद हैं। पिछले पांच साल में गिरती सेहत का कारण उनका यहां बहुत ज्यादा आना होता है, लेकिन कांग्रेस को पूरा विश्वास था कि यहां कोई सोनिया को टक्कर नहीं दे सकता है।
कांग्रेस 16 बार में अकेले 15 बार यहां से जीती है
कांग्रेस का गढ़ मानी जाने वाली रायबरेली देश की सबसे हॉट सीट मानी जाती है। बता दें कि रायबरेली लोकसभा सीट पर अब तक कुल 16 बार लोकसभा चुनाव और दो बार लोकसभा उपचुनाव हुए हैं। इनमें से अकेले 15 बार कांग्रेस को, जबकि एक बार भारतीय लोकदल और दो बार बीजेपी को जीत हासिल हुई है। साल 2014 की 'मोदी लहर' में उन्होंने भाजपा के अजय अग्रवाल के खिलाफ 3.5 लाख वोट से जीत हासिल की थी।
बंपर जीत के बावजूद इस राज्य के ये आंकड़े बीजेपी को कर सकते हैं परेशान