तमिलनाडु के किसानों से मिलने जंतर मंतर पहुंचे राहुल गांधी, कहा- किसानों की क्या है गलती?
तमिलनाडु के किसान बीते 21 दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी मांग है कि सरकार सूखे और कर्ज के लिए उनको दिया गया राहत पैकेज बढ़ाए।
नई दिल्ली। सूखे और कर्ज की दोहरी मार झेल रहे तमिलनाडु के किसान जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शन के 21 वें दिन कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने किसानों से जंतर मंतर जाकर मुलाकात की। इस दौरान राहुल करीब 10 मिनट तक किसानों के बीच मौजूद रहे और उनकी समस्याएं सुनीं।
इसके बाद पत्रकारों से मुखातिब होते हुए राहुल गांधी ने कहा कि इनकी आवाज ना हिन्दुस्तान की सरकार और ना ही पीएम को सुनाई देती है। पीएम की जिम्मेदारी है कि इनकी बात सुनें। राहु ने कहा कि पीएम ने देश के अमीर लोगों का उधार माफ र दे रहे हैं, लेकिन उन किसानों का क्यों नहीं जिन्होंने यह देश बनाया है।
राहुल ने कहा ये सरकार गरीब और किसान विरोधी है। पिछले 3सालों में इस सरकार ने 1 लाख 40 हजार करोड़ रुपया हिंदुस्तान के 50 सबसे बड़े उद्योगपतियों का माफ किया गया है। तो किसानों की क्या गलती है, इनकी मदद क्यों नहीं हो रही है?
सरकार ने कहा था...
इससे पहले राज्यसभा में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री निर्मला सीतारमण ने राज्यसभा में बुधवार (29 मार्च) को कहा था कि सरकार किसानों की दिक्कतों के प्रति संवेदनशील है।
निर्मला ने कहा था कि वित्त मंत्री अरूण जेटली, कृषि मंत्री राधामोहन सिंह और जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने किसानों की दिक्कतों के विषय पर कई प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात की है। निर्मला ने सदन में कहा था कि बुआई की गई फसल का बीमा ना मिलने के मामले पर गौर किया जा रहा है और बीमे का दायरा भी बढ़ाया जा रहा है।
निर्मला के मुताबिक तमिलनाडु को उसका सही हक मिल रहा है। वहीं तमिलनाडु की ई पलानसामी की सरकार ने राज्य के सभी 32 जिलों को सूखा ग्रस्त घोषित कर दिया है।