कांग्रेस बोली कृष्ण और अर्जुन नहीं हैं मोदी-शाह, रजनीकांत ठीक से पढ़ें महाभारत
नई दिल्ली- फिल्मी दुनिया से राजनीति में आए रजनीकांत के एक बयान पर कांग्रेस भड़क गई है। दरअसल, रजनीकांत ने जम्मू-कश्मीर पर उठाए गए कदम को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की जमकर तारीफ की थी। उन्होंने दोनों नेताओं की जोड़ी को कृष्ण और अर्जुन की जोड़ी बताया था। लेकिन, अब तमिलनाडु कांग्रेस के अध्यक्ष ने रजनीकांत को फिर से और ठीक तरीके से महाभारत पढ़ने का मशवरा दे दिया है।
रजनीकांत पर भड़की कांग्रेस
तमिलनाडु कांग्रेस ने तमिल सुपरस्टार रजनीकांत के आर्टिकल 370 पर दिए बयान की आलोचना की है। तमिलनाडु प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष केएस अलगिरी ने तो कहा है कि उन्हें रजनीकांत से ऐसे बयान की उम्मीद ही नहीं थी और वे इसे सुनकर हैरान रह गए हैं। कांग्रेस नेता ने दावा किया कि नॉर्थ ईस्ट के राज्यों के पास भी कश्मीर (पहले जैसा ) की तरह ही विशेषाधिकार हैं, लेकिन वे जानना चाहते हैं कि केंद्र ने उसे क्यों नहीं हटाया। अलगिरी ने भी अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेता चिदंरम की तरह ही विवादित बयान देते हुए कहा है कि जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 सिर्फ इसलिए खत्म किया गया है, क्योंकि वह मुस्लिम बहुल राज्य था।
'ठीक से महाभारत पढ़ें रजनीकांत'
रजनीकांत का मोदी और शाह को अर्जुन और कृष्ण बताना कांग्रेस नेता को बिल्कुल नागवार गुजरा है। तमिलनाडु कांग्रेस के अध्यक्ष ने मशहूर अभिनेता और राजनेता रजनीकांत से पूछा है कि जब अमित शाह का न्याय कश्मीर के लिए अलग और दूसरे राज्यों के लिए अलग है तो मोदी-शाह कृष्ण और अर्जुन कैसे हो सकते हैं। उन्होंने रजनीकांत के लिए कहा है, "जिन्होंने करोड़ों लोगों से उनका अधिकार छीन लिया है वे कृष्ण और अर्जुन कैसे हो सकते हैं? प्रिय श्री रजनीकांत, कृप्या महाभारत फिर से पढ़िए, कृप्या इसे ठीक तरह से फिर से पढ़िए।"
रजनीकांत ने कहा क्या था?
चेन्नई में एक कार्यक्रम के दौरान रजनीकांत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की जमकर तारीफ करते हुए उन्हें कृष्ण और अर्जुन की जोड़ी की तरह बताया था। सिल्वर स्क्रीन से सियासत में कदम रखने वाले रजनीकांत ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाया जाना अच्छा फैसला है, इसके लिए पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को बधाई। उन्होंने कहा था कि 'गृह मंत्री अमित शाह को मिशन कश्मीर पूरा करने के लिए दिल से बहुत शुभकामनाएं। जिस तरह से आपने इसे पूरा किया वो कमाल का था। खासतौर से जब आपने संसद में भाषण दिया, जबरदस्त सर, जबरदस्त, जितनी तारीफ की जाए कम ही है।' गौरतलब है कि राज्यसभा में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि अनुच्छेद 370 को कश्मीर से हटाना बहुत ज्यादा जरूरी हो गया था, क्योंकि 370 की वजह से ही आज तक जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में लोकतंत्र मजबूत नहीं हो पाया। जम्मू-कश्मीर में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं 370 की वजह से ही नहीं मिल पाईं, पढ़ाई और रोजगार नहीं मिल पा रहा है, लोग वहां दहशत के साए में जी रहे हैं।
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