शीला को सोनिया ने बताया बड़ी बहन, संदीप दीक्षित को पत्र लिख कहा- उनका जाना कांग्रेस के लिए बड़ी क्षति
नई दिल्ली। कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी ने दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के निधन पर दुख जताते हुए शनिवार को कहा कि उन्होंने दिल्ली और पार्टी के लिए पूरे समर्पण के साथ काम किया। सोनिया ने शीला दीक्षित के निजामुद्दीन ईस्ट स्थित आवास पर पहुंचकर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने शीला के पुत्र संदीप दीक्षित को लिखे पत्र में कहा, 'मेरे पति (राजीव गांधी) शीला जी का बहुत सम्मान करते थे। मेरे भी उनसे अच्छे रिश्ते थे। हमने उनके दिल्ली की मुख्यमंत्री, डीपीसीसी की प्रमुख और इंदिरा गांधी स्मृति न्यास के सचिव रहने दौरान साथ मिलकर काम किया।' उन्होंने कहा, 'शीला जी ने दिल्ली को बदलने और सभी नागरिकों के रहने के लिहाज से इसे बेहतर स्थान बनाने के लिए स्पष्ट दृष्टकोण और समर्पण के साथ काम किया। उनकी यही शानदार उपलब्धि उनकी आखिरी छाप रहेगी।'
सोनिया ने शीला को अपनी बड़ी बहन और दोस्त बताते हुए कहा कि उनकी कमी पार्टी में हमेशा खलेगी। उन्होंने कहा कि शीला दीक्षित का इस दुनिया से चले जाना कांग्रेस के लिए बहुत बड़ी क्षति है। वह हमेशा हमें याद आती रहेंगी। सोनिया ने कहा, 'उन्होंने जो कुछ भी किया उसमें वह मानवता और उत्कृष्टता लेकर आईं। उन्होंने आखिरी समय तक पूरे साहस और वफादारी के साथ कांग्रेस पार्टी की सेवा की।' संप्रग प्रमुख ने कहा, 'मेरी प्रार्थना है कि ईश्वर आपको यह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करे।'
गौरतलब है कि दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष शीला का शनिवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह 81 साल की थीं। वह लंबे अरसे से बीमार थीं और तीन बार बाईपास सर्जरी हो चुकी थी। उल्टी की शिकायत के बाद शनिवार सुबह उन्हें एस्कॉर्ट्स फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया। वह 1998 से 2013 के बीच 15 सालों तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं।
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