ईरानी जी का डबल स्टैंडर्ड हाथरस कांड पर चुप्पी और UN में महिला सशक्तिकरण पर भाषण: कांग्रेस
कांग्रेस ने कहा- 'ईरानी जी का डबल स्टैंडर्ड, हाथरस कांड पर चुप्पी और UN में महिला सशक्तिकरण पर भाषण'
नई दिल्ली: देश में हाथरस गैंगरेप पीड़िता ( Hathras case) को इंसाफ दिलाने के लिए विपक्ष के नेता सड़कों पर उतर गए हैं। वहीं दूसरी ओर देश में हाथरस कांड पर हो रहे बवाल के बीच महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) संयुक्त राष्ट्र ( United Nations) में महिला सशक्तिकरण और भारत में महिलाओं के अधिकार पर अपना संबोधन दे रही थीं। महिला सशक्तिकरण पर यूएन में भाषण और हाथरस कांड पर चुप्पी को लेकर स्मृति ईरानी को विपक्ष और कांग्रेस के नेताओं घेरा है। उत्तर प्रदेश की महिला सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अभी तक हाथरस कांड पर अपनी प्रतिक्रिया नहीं दी है। कांग्रेस ने यूएन में महिलाओं की हक पर बात करने को स्मृति ईरानी का डबल स्टैंडर्ड बताया है।
कांग्रेस नेता ने पूछा- यूपी की महिला सांसद होने के नाते आपने पीड़िता से बात की थी?
कांग्रेस की प्रवक्ता और महिला नेता सुप्रिया श्रीनेत ने शुक्रवार (2 अक्टूबर) को स्मृति ईरानी के संयुक्त राष्ट्र में दिए भाषण को शेयर कर ट्वीट किया है। कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने लिखा है, अविश्वसनीय डबल स्टैंडर्ड स्मृति ईरानी जी। यूपी में महिलाओं के खिलाफ हो रहे भीषण अपराध को लेकर चुप रहती हैं और यूएन में सीधे चेहरे के साथ महिला सशक्तिकरण के बारे में बात कैसे कर रही हैं। जरा बताइए, आपने पिछली बार एक सांसद और एक बाल महिला मंत्री होने के नाते एक पीड़िता से बात कब की थी?''
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अहंकार ने तो रावण को भी नहीं बख्शा था: कांग्रेस
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने अपने एक अन्य ट्वीट में यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए लिखा है, ''एक पीड़ित परिवार को आतंकित करने में जुटे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनका और पूरा महकमा। हाथरस का गांव सील, मीडिया के साथ बदसलूकी की जा रही है। अहंकार ने तो रावण को भी नहीं बख्शा था। कुछ बड़बोले TV ऐंकर अपने साथियों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार को देख कर मुंह में दही जम गया है क्या?''
स्मृति ईरानी ने संयुक्त राष्ट्र में क्या-क्या कहा?
महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने संयुक्त राष्ट्र में गुरुवार (एक अक्टूबर) को कहा कि भारत के विकास के एजेंडे में महिलाओं का अहम योगदान है। भारत में अब लैंगिक समानता के विषय पर आगे बढ़ रहा है।
वर्चुअल महिला कॉन्फ्रेंस में ईरानी ने कहा, महिलाएं संख्यात्मक रूप से आधी मानवता का गठन करती हैं, लेकिन महिलाओं का प्रभाव समाज, राजनीति और अर्थव्यवस्था के सभी आयमों पर होता है। भारत लैंगिक समानता और महिला सशक्तीकरण की केंद्रीयता को पहचानता है, हमारे विकास के एजेंडे के सभी पहलुओं में महिलाएं शामिल हैं।
सोशल मीडिया पर भी स्मृति ईरानी के चुप्पी पर उठे सवाल
सोशल मीडिया पर कई लोगों ने स्मृति ईरानी के चुप्पी पर सवाल उठाए हैं। कई सोशल मीडिया यूजर ने लिखा है देश की महिला मंत्री का, जो यूपी की सांसद भी हैं, ऐसे में उनका चुप रहना काफी चिंताजनकत है।
स्मृति ईरानी के यूएन संबोधन को लेकर भी कई लोगों ने ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। कईयों ने कहा है कि जब आप यूएन में महिलाओं के हक पर बात कर सकती हैं तो यूपी की लड़की के साथ जो गैंगरेप हुआ है, उसपर आप खामोश क्यों हैं। स्मृति ईरानी इस वक्त महिला एवं बाल विकास मंत्री हैं, लेकिन इस मुद्दे पर उनकी चुप्पी ने कई सवाल खड़े किए हैं।
हाथरस गैंगरेप कांड में अब तक क्या-क्या हुआ
14 सितंबर 2020 को हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव की रहने वाली 19 वर्षीय दलित लड़की के साथ कथित तौर पर गैंगरेप हुआ। चारों आरोपियों की उम्र 19 से 25 साल के बीच की है। पीड़िता को रीढ़ की हड्डी में चोट और जीभ कटने की वजह से पहले अलीगढ़ के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया था। उसके बाद उसे दिल्ली स्थित सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया था, जहां मंगलवार (27 सितंबर ) सुबह चार बजे के आस-पास उसकी मौत हो गई थी।
29 सितंबर की रात 12.45 मिनट पर पीड़िता का शव उसके घर पहुंचा। उसी दिन सुबह 3 बजे यानी 30 सितंबर को तड़के पीड़िता का अंतिम संस्कार यूपी पुलिस द्वारा कर दिया गया।
परिवार वालों का आरोप है कि यूपी पुलिस ने जबरन पीड़िता का अंतिम संस्कार किया है। जबकि पुलिस का कहना है कि सबकुछ परिवार की रजामंदी से हुआ। परिवार का आरोप है कि प्रशासन उनपर दबाव बना रहा है।
इस घटना को लेकर देश भर में प्रदर्शन हो रहे हैं। राहुल गांधी, प्रियंका गांधी सहित कई नेताओं ने विरोध प्रदर्शन में हिसा लिया है। हाथरस में धारा 144 लगा दी गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पूरे मामले पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को फोन कर इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया है। मामले की जांच ते लिए तीन सदस्यीय विशेष जांच दल गठित किया गया है। इसे सात दिन में रिपोर्ट देने को कहा गया है।