BJP सरकार में डॉक्टर, इंजीनियर बन रहे हैं आतंकवादी: कांग्रेस
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में महबूबा मुफ्ती सरकार गिरने के बाद आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राज्य में राज्यपाल शासन को मंजूरी दे दी। इसी बीच इस पूरे घटनाक्रम पर कांग्रेस ने बीजेपी पर करारा हमला बोला। बुधवार को राज्य सभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबीं आजाद ने कहा कि, कश्मीरियों ने पीडीपी पर और जम्मू ने भाजपा पर विश्वास किया, और दोनो दलों ने लोगों के साथ विश्वासघात किया। उन्होंने कहा कि, देश का और कश्मीर का चुनाव भाजपा ने कश्मीर के मुद्दे पर ही जीता था, पहली बार इस शासन में इतना भारी नुक़सान हुआ।
गुलाम नबीं आजाद ने कहा कि, मार्च 2015 में बीजेपी और पीडीपी ने अनैतिक गठबंधन किया था। जबकि 2014 के लोकसभा चुनाव में दोनों पार्टियों ने एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ा था। देश का और कश्मीर का चुनाव भाजपा ने कश्मीर के मुद्दे पर ही जीता था, पहली बार इस शासन में इतना भारी नुक़सान हुआ।
आजाद ने कहा कि, पहले आतंकवादियों में पढ़े लिखे लोग नहीं होते थे लेकिन इस सरकार में डॉक्टर, इंजीनियर जैसे पढ़े लिखे लोग आतंकवाद में शामिल हुए हैं। बीजेपी ने कश्मीर की अर्थव्यवस्था को मार दिया है। वे इस जवाबदेही से बच नहीं सकते हैं।
गुलाम नबीं आजाद ने कहा कि, 80,000 करोड़ के जिस पैकिज का एलान मोदी जी ने किया था वो पैकिजिंग थी, जो यूपीए सरकार की योजनाओं को मिलाकर घोषित किया गया था। 2019 का वोट हासिल करने के लिए ऐसा फ़ैसला लिया गया है, राज्यपाल शासन कोई भी समाज पसंद नहीं करता है। भाजपा और पीडीपी की विचारधारा में ज़मीन और आसमान का फर्क है। हमारी यही चिंता है कि जम्मू-कश्मीर में प्रगति, अमन, शांति हो और बंदूक़ों के मुँह बंद हो जाएं।
आजाद ने कहा कि, साढ़े तीन साल भाजपा ने राष्ट्रहित के ख़िलाफ़ काम किया ये स्वीकार करने के लिए भाजपा नेतृत्व और उनके मंत्री का बहुत-बहुत धन्यवाद। वहीं अंबिका सोनी ने कहा कि, हर दफ़ा केंद्रीय गृह मंत्री जी ने यही दावा किया था कि अगले छह महीने में जम्मू-कश्मीर में हालत सुधर जायेंगे; उनका दावा किसी से छुपा नहीं है। सत्ता की भूख ने भाजपा और पीडीपी को चार साल साथ रखा।