कांग्रेस की मांग, भारत को पाकिस्तान के साथ नहीं खेलना चाहिए क्रिकेट
नई दिल्ली। पुलवामा हमले के बाद देशभर में क्रिकेट वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के साथ खेलने को लेकर उठ रहे विरोध के स्वर लगातार तेज होते जा रहे हैं। कांग्रेस पार्टी ने भी विश्वकप में पाकिस्तान के साथ क्रिकेट ना खेलने के लिए कहा है। कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि, जब तक पाकिस्तान में बैठे आतंकी संगठन और उनके आका भारत में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देते हैं, तब तक पाकिस्तान के साथ क्रिकेट नहीं खेला जाना चाहिए।
तिवारी ने कहा कि, इमरान खान को जैश-ए-मोहम्मद ने सपोर्ट किया है, ऐसे में जिस देश की अगुवाई आतंकवादी कर रहा हो, उस देश के साथ भारत को क्रिकेट तो क्या, कोई संबंध नहीं रखना चाहिए। पाकिस्तान भारत में जो आतंकवाद को अंजाम दे रहा है उसमें सरकारी भूमिका है। ऐसे देश के साथ कोई भी खेल संबंध नहीं होना चाहिए। बता दें कि इससे पहले कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने इसके उलट कहा था कि, वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ मैच नहीं खेलना सरेंडर करने से भी बुरा होगा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए मनीष तिवारी ने पुलवामा हमले को लेकर पीएम मोदी पर कई सवाल खड़े किए। कांग्रेस ने कहा कि, इस सरकार को ये बात कान खोलकर सुन लेना चाहिए कि दुःख की घड़ी में देश के साथ खड़े होना और राष्ट्रीय सुरक्षा पर महत्वपूर्ण सवाल पूछना, ये दोनों अलग-अलग चीजें नहीं हैं। एक जिम्मेदार विपक्ष होने के नाते ये हमारी जिम्मेदारी है कि हम सरकार से वो कठोर प्रश्न पूछें कि राष्ट्रीय सुरक्षा से इतना बड़ा खिलवाड़ क्यों हुआ? माननीय प्रधानमंत्री जी आप कृपा करके देश को बताएं कि दोपहर 3 बजकर 10 मिनट जब पुलवामा में आतंकी हमला होता है और दोपहर के 5 बज कर 10 मिनट, जब आप रैली को संबोधित कर रहे थे, के बीच आप कहां थे?
मनीष तिवारी ने कहा कि, सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी होने के नाते हम जायज सवाल पूछते रहेंगे, क्योंकि देश इस सरकार से जवाब मांग रहा है। इतनी बड़ी घटना हुई तो क्या प्रधानमंत्री को पहला काम ये नहीं करना चाहिए था कि रैली को संबोधित करने से पहले इस हमले की निंदा करते और 2 मिनट शोक में श्रद्धांजलि देने के लिये खड़े होते। लेकिन, प्रधानमंत्री के मुंह से एक शब्द नहीं निकलता। इसके पीछे दो ही बात हो सकती है या तो प्रधानमंत्री जी को इस हमले के बारे में बताया गया और प्रधानमंत्री जी इस हमले के बारे में पूरी तरह असंवेदनशील थे?
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