कांग्रेस बोली- बीजेपी की घृणित राजनीति के आगे कर्नाटक में जनतांत्रिक मूल्य हार गए
नई दिल्ली। कर्नाटक में कुमारस्वामी की सरकार गिर गई है। विधानसभा में मंगलवार को मुख्यमंत्री कुमारस्वामी के नेतृत्व में कांग्रेस और जेडी(एस) की गठबंधन सरकार विश्वासमत हासिल नहीं कर सकी। विश्वास मत के विरोध में 105 जबकि समर्थन में 99 मत पड़े। गठबंधन सरकार कुल 6 मतों से पीछे रह गई। गठबंधन सरकार के गिरने के बाद कांग्रेस के महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा कि, कर्नाटक की गठबंधन सरकार को केंद्र सरकार, कर्नाटक के राज्यपाल, महाराष्ट्र सरकार और बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने मिलकर गिराया है।
वेणुगोपाल की ओर से जारी बयान में कहा कि, कर्नाटक में बीजेपी द्वारा विधायकों की खरीद-फरोख्त से राजनीतिक शुचिता और जनतांत्रिक मूल्यों की हार हुई है। उन्होंने कहा कि देश के इतिहास में इससे पहले ऐसी घृणित राजनीति कभी नहीं हुई। कर्नाटक की गठबंधन सरकार को केंद्र सरकार, कर्नाटक के राज्यपाल, महाराष्ट्र सरकार और बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने मिलकर गिराया है।
उन्होंने कहा कि, बीजेपी ने इस राजनीतिक ड्रामे को भारी मात्रा में काले धन और विधायकों को मंत्री पद देने के लालच से रचा। इसके साथ ही, बीजेपी ने विधायकों को ब्लैकमेल करने के लिए ईडी और इनकम टैक्स जैसी केंद्रीय एजेंसियों का भी दुरुपयोग किया। कांग्रेस पार्टी ने कहा कि सरकार को गिराने के लिए बीजेपी ने अब तक की सबसे विध्वंशकारी राजनीति और सबसे बड़े हवाला लेनदेन का सहारा लिया।
पार्टी ने कहा कि बागी विधायकों को पैसे देने की बात करते हुए बीजेपी नेताओं के वीडियो को विधानसभा में दिखाया गया, इससे साफ पता चलता है कि सरकार गिराने के लिए बीजेपी ने विधायकों की खरीद-फरोख्त की। पार्टी ने कहा कि जनतांत्रिक मूल्यों के बचाव के लिए कांग्रेस और जेडी (एस) ने ना केवल विधानसभा में बल्कि सुप्रीम कोर्ट और सड़कों पर भी लड़ाई लड़ी, राजनीतिक शुचिता को बनाए रखने के लिए जिन विधायकों और कार्यकर्ताओं ने पार्टी का साथ दिया, वे सभी असीम सम्मान के हकदार हैं।
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