लॉकडाउन बढ़ाने पर कांग्रेस ने किया PM के फैसले का समर्थन, लेकिन पूछा ये सवाल
लॉकडाउन बढ़ाने पर कांग्रेस ने किया PM के फैसले का समर्थन, लेकिन पूछा ये सवाल
नई दिल्ली। कोरोना वायरस से फैलते संक्रमण को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में लॉकडाउन की मियाद को बढ़ी दी है। देश को 3 मई तक के लिए बंद किया गया है। पीएम ने देश के नाम अपने संबोधन में लॉकडाउन की समयसीमा को बढ़ाते हुए कहा कि लोगों को अनुशासन का पालन करना होगा। वहीं कांग्रेस ने मोदी सरकार के इस फैसले का समर्थन किया है। कांग्रेस ने लॉकडाउन की समयसीमा को बढ़ाने के पीएम मोदी के इस फैसले का समर्थन करते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी और साथ ही सवाल भी दागे।
PM मोदी के संबोधन से ठीक पहले सोनिया गांधी का देश के नाम संदेश
कांग्रेस ने किया लॉकडाउन का समर्थन, लेकिन...
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने लॉकडाउन के फैसले की तारीफ तो की है लेकिन उन्होंने आर्थिक पैकेज का ऐलान नहीं होने पर सवाल उठाते हुए पूछा कि देश के लिए लॉकडाउन बढ़ाना जरूरी है, देश को बचाना सबसे जरूरी है, लेकिन गरीब और मजदूर वर्ग का क्या। छोटे उद्योगों का क्या होगा। देश के उद्योगजगत की मांग है कि आर्थिक पैकेज का ऐलान किया जाए, लेकिन सरकार देर कर रही है।
कांग्रेस ने पूछा सवाल
वहीं
कांग्रेस
नेता
अभिषेक
मनु
सिंघवी
ने
भी
लॉकडाउन
बढ़ाने
का
समर्थन
किया,
लेकिन
आर्थिक
पैकेज
का
मुद्दा
भी
उठाते
हुए
कहा
कि
गरीब
और
मध्यम
वर्ग
का
क्या
होगा।
कांग्रेस
नेता
ने
ट्वीट
करते
हुए
लिखा
कि
प्रधानमंत्री
का
भाषण
प्रेरणादायी
था,
लेकिन
किसी
आर्थिक
पैकेज
का
ऐलान
नहीं।
लॉकडाउन
में
लोगों
के
जीवनयापन
का
क्या
होगा?
शशि थरूर ने किया पीएम मोदी का समर्थन
कांग्रेस के दिग्गज नेता शशि थरूर ने लॉकडाउन बढ़ाने के पीएम मोदी के फैसले का समर्थन किया, लेकिन इसके साथ ही थरूर ने कहा कि पीएम को अपने संबोधन में देशवासियों को राहत की घोषणा भी करनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि राहत पैकेज की जरूरत है। उन्होंने कहा कि संबोधन में ही मनरेगा भुगतान, जनधन खाते, राज्यों पर जीएसटी बकाया जैसी घोषणाएं भी करनी चाहिए थी।
वायरस से लड़ने के लिए रोडमैप कहां?
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कोरोना संक्रमण से लड़के के लिए सरकार का रोडमैप क्या है? उन्होंने कहा कि देश 20 दिन का लॉकडाउन भी मानेगा, लेकिन नेतृत्व के मायने केवल देशवासियों को जिम्मेवारी की याद दिलाना नहीं बल्कि जनता के प्रति जवाबदेही का भी निवर्हन करना है।