
रेलवे भर्ती बवाल पर राहुल गांधी बोले- मैं आपके साथ हूं और रहूंगा, लेकिन...
नई दिल्ली, 26 जनवरी: रेल भर्ती (RRB-NTPC) में अनियमितताएं को लेकर छात्रों का बिहार सहित देश के कई जिलो में असंतोष बढ़ता जा रहा है। बिहार के जहानाबाद में रेल भर्ती को लेकर जहां छात्रों ने अपनी मांगों को लेकर ट्रेन रोकी दी, तो दूसरी तरफ गया में प्रदर्शनकारी कुछ छात्रों ने ट्रेन के डिब्बों में आग तक लगी दी। छात्रों का आरोप है कि परीक्षा के नतीजों में काफी अनियमितताएं हैं। एक-एक परीक्षार्थी को 4 अलग-अलग पोस्ट के लिए चयनित किया गया है। अब इससे जो वैकेंसी होगी उसको कैसे भरा जाएगा? वहीं अब कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी छात्रों के साथ खड़े नजर आ रहे हैं।

राहुल गांधी ने बुधवार शाम को प्रदर्शनकारी छात्रों के समर्थन में ट्वीट किया। राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में बीजेपी पर निशाना साधते हुए लिखा कि छात्र, आप देश की और अपने परिवार की उम्मीद हैं। भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ, सत्य के पक्ष में मैं आपके साथ हूं और रहूंगा, लेकिन हिंसा हमारा रास्ता नहीं है। अहिंसक विरोध से स्वतंत्रता ले सकते हैं तो अपना अधिकार क्यों नहीं?
#Students, आप देश की व अपने परिवार की उम्मीद हैं।
भाजपा सरकार की नीतियों के ख़िलाफ़, सत्य के पक्ष में मैं आपके साथ हूँ और रहूँगा लेकिन हिंसा हमारा रास्ता नहीं है।
अहिंसक विरोध से स्वतंत्रता ले सकते हैं तो अपना अधिकार क्यों नहीं? #NoFear #NoViolence
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 26, 2022
वहीं पूर्वी-मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने कहा कि RRB-NTPC (रेलवे) के परिणाम आने के बाद छात्रों में असंतोष देखा गया है। रेलवे बोर्ड ने छात्रों की समस्या को सुलझाने के लिए एक कमेटी का गठन किया है। मेरा छात्रों से निवेदन है कि वह अपने घर जाएं और शांति बनाए रखें।
NTPC
रिजल्ट:
विरोध
प्रदर्शन
पर
भड़का
रेलवे
भर्ती
बोर्ड,
कहा-
हमेशा
के
लिए
कर
देंगे
प्रतिबंधित
छात्रों के प्रदर्शन पर रेल मंत्री का बयान
इधर, केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि मैं अपने छात्र मित्रों से निवेदन करना चाहूंगा कि रेलवे आपकी संपत्ति है, आप अपनी संपत्ति को संभालकर रखें। आपकी जो शिकायतें और बिंदू अब तक उभर कर आए हैं उन सबको हम गंभीरता से देखेंगे। कोई भी छात्र कानून को हाथ में न ले। कुछ लोग इसका गलत फायदा उठा रहे हैं, मैं उनसे निवेदन करूंगा कि छात्रों को भ्रमित न करें। ये छात्रों, देश का मामला है, इसको हमें संवेदनशीलता से लेना चाहिए।