BHU के बाद अब वडोदरा में भी गांधी के हत्यारे गोडसे को महिमामंडित करने वाले नाटक की योजना
वडोदरा। गुजरात के वडोदरा में 25 फरवरी को महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे नाटक (प्ले) शुरू होने जा रहा है, जिसका टाइटल 'हे राम नथुराम' है। इस मराठी नाटक पर कांग्रेस पार्टी ने आपत्ति व्यक्त करते हुए इसे बैन करने की मांग की है। लोकप्रिय मराठी अभिनेता शरद पोंक्षे भी इस नाटक में काम कर रहे हैं, जिनके अनुसार यह नाटक महात्मा गांधी के हत्या के बाद गोडसे के खिलाफ केस पर आधारित है। बता दें कि इससे पहले बनारस हिंदू विश्व हिंदू परिषद में भी गोडसे पर एक नाटक का आयोजन हुआ है, उस हत्यारे की छवी को महिमामंडित करने की कोशिश की गई है।
हालांकि, गुजरात के वडोदरा में भी गोडसे पर नाटक शुरू होने से पहले ही अब विवाद खड़ा हो गया है। वडोदरा कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष प्रशांत पटेल ने आरोप लगाते हुए कहा कि इस नाटक के द्वारा नाथूराम गोडसे को महिमामंडित करने की कोशिश की जाएगी। गुजरात के वडोदरा में गुरुवार को कई कांग्रेस समेत कई विपक्षी नेताओं ने पुलिस कमिशनर ऑफिस के सामने विरोध प्रदर्शन किया है।
पुलिस कमिशनर को ज्ञापन सौंपने के बाद कांग्रेस ने कहा, 'यह नाटक 25 फरवरी को शुरू होने जा रहा है, जिसमें महात्मा गांधी की छवी को खराब करने की कोशिश की जाएगी। यह पूरे राष्ट्र का अपमान है और इससे शहर की शांति खतरे में पड़ सकती है। नाथूराम गोडसे ने न सिर्फ गांधी की चुप्पी को खत्म किया है, बल्कि उनके विचारधारा को भी खत्म करने के प्रयास में राष्ट्र के पिता को मार डाला। शहर के शांतिपूर्ण माहौल में तनाव लाने के लिए इस तरह का एक आयोजन आयोजित किया जा रहा है।'
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार, ऐसा ही एक विवाद तब देखने को मिला, जब बीएचयू में गोडसे की छवी को बढ़ा चढ़ा कर दिखाया गया, जिसके बाद विवाद कैंपस में बवाल खड़ा हो गया। कुछ छात्रों ने आरोप लगाया है कि मराठी के विवादास्पद नाटक 'मी नाथूराम गोडसे बोलतोय' पर आधारित जिस नाटक का मंचन हुआ उसमें महात्मा गांधी की 'खराब छवि पेश की गई, उन्हें विभाजन के लिए जिम्मेदार ठहराया गया और उनकी हत्या को तर्कसंगत बताया गया।'