राहुल गांधी ने बताया क्यों राजनीति में देरी से आईं प्रियंका गांधी
भुवनेश्वर। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी शुक्रवार को ओडिशा में एक रैली के संबोधन के साथ पार्टी की चुनावी रैली की शुरुआत करने वाले हैं। इससे पहले राहुल गांधी ने ओडिशा के बुद्धिजीवी वर्ग से मुलाकात की। इस कार्यक्रम में बोलते हुए राहुल गांधी ने कई अहम मुद्दों पर अपनी राय रखी वहीं उन्होंने प्रियंका गांधी के राजनीति में देरी आने की वजह भी बताई। इसके अलावा राहुल ने पीएम मोदी पर भी जमकर निशाना साधा।
वह अभी तक अपने बच्चों के पालने में व्यस्त थी
कार्यक्रम में जब राहुल गांधी से प्रियंका के राजनीति में देरी से आने पर सवाल पूछा गया तो राहुल गांधी ने बताया कि, प्रियंका को मेरे विचार बहुत मिलते हैं। उनके राजनीति में आने का विचार कुछ सालों पहले ही हुआ। वह अभी तक अपने बच्चों के पालने में व्यस्त थी। उन्हें अब पार्टी ने यूपी की जिम्मेदारी दी है। हालांकि वह ओडिशा में प्रचार करने आएँगी। आरएसएस पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा कि, आरएसएस का मानना है कि देश में एकमात्र संस्थान होना चाहिए। उनका यह विचार सभी संस्थानों में व्यवस्थित रूप से घुसने का है। हमारा मानना है कि संस्थानों को स्वतंत्र होना चाहिए। मैं ये नहीं कह रहा हूं कि शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में निजी क्षेत्र की कोई भूमिका नहीं है, लेकिन मानक सार्वजनिक क्षेत्र द्वारा तय होने चाहिए। IIT जैसे सार्वजनिक संस्थानों को 21वीं सदी के संस्थानों में बदलने की जरूरत है। यही काम स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में भी करना होगा।
मोदी मुझे गाली देते हैं तब मुझे ऐसा लगता है कि मैं उन्हें गले लगाऊं
राहुल गांधी ने कहा कि, एक राजनेता और इंसान के रूप में मेरे साथ जो सबसे अच्छी बात हुई वह भाजपा और आरएसएस से मिली मुझे गाली थी। यह सबसे बड़ा उपहार है जो वे मुझे दे सकते हैं। मैं मोदी जी को देखता हूं जब वह मुझे गाली देते हैं तब मुझे ऐसा लगता है कि मैं उन्हें गले लगाऊं। मुझे लगता है कि वह (पीएम मोदी) मुझसे असहमत हैं और मैं उनसे असहमत हूं, और मैं उनसे लड़ूंगा और मैं यह सुनिश्चित करने की कोशिश करूंगा कि वह प्रधानमंत्री ना बने, लेकिन मैं उनसे नफरत नहीं करता। मैं उन्हें अपनी राय रखने का अधिकार देता हूं।
हमे चीन से मुकाबला करना होगा
पीएम मोदी पर अप्रत्य़क्ष तौर पर हमला बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि , रोजगार पैदा करने के लिए बैंकिंग प्रणाली आवश्यक है, लेकिन, आज इस पर पूरी तरह से क्रोनी पूंजीपतियों ने कब्जा कर लिया गया है। युवा उद्यमियों को बैंकिंग प्रणाली का उसी तरह उपयोग करना चाहिए जैसा कि अनिल अंबानी करते हैं। राहुल गांधी ने कहा कि, हमारी प्रक्रिया डायनमिक है, हम लोगों की बात सुनते हैं। मिस्टर नरेंद्र मोदी की तरह नहीं, जो सबुकुछ जानते हैं और फीडबैक की संभावना नहीं। यही हमारे और बीजेपी के बीच मुख्य अंतर है। हमे चीन से मुकाबला करना होगा, चीन नौकरियां देने के मामले में हमारी सबसे बड़ी चुनौती है। रोजगार की सबसे बड़ी चुनौती ये है कि भारत ने उत्पादन बंद कर दिया है। उत्पादन पर आज पूरी तरह से चीन का कब्ज़ा है। भारत एकमात्र ऐसा देश है जो इस चुनौती का जवाब दे सकता है।
बीजेडी मॉडल ठीक उसी तरह है जैसा कि गुजरात का मॉडल है
बीजेपी मॉडल और बीजेडी मॉडल ठीक उसी तरह है जैसा कि गुजरात का मॉडल है। यह सीएम उम्मीदवार और उद्योगपतियों के बीच एक डील की तरह है जो उनके अभियान लिए फंड देता है। सीएम राज्य के कमान उन्हें सौंप देते है जिसे नौकरशाहों द्वारा चलाया है। राहुल गांधी ने कहा कि, एमएसएमई ही है जो रोजगार पैदा करेंगे। पिछले 5 वर्षों में डिमोनेटाइजेशन और जीएसटी के माध्यम से एमएसएमई का नरसंहार किया गया है। एमएसएमई को हमारी संपत्ति के रूप में देखने के बजाय पीएम मोदी ने उसे नष्ट कर दिया।
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