ज्योतिरादित्य बोले- राहुल के इस्तीफे को गुजर चुके 7 हफ्ते, जल्द तलाशना होगा नया अध्यक्ष
नई दिल्ली। लोकसभा चुनावों में करारी हार के बाद कांग्रेस के अंदर आया भूचाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। चुनाव में हार की जिम्मेदारी लेते हुए राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने राहुल गांधी को मनाने की कोशिश की लेकिन वे अपने फैसले पर अड़े रहे। राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद पार्टी के भीतर इस्तीफों का एक दौर शुरू हो गया और कई नेताओं ने अपने पद से इस्तीफ दे दिया, उनमें गुना के पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया भी हैं। राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद पार्टी के नए अध्यक्ष के चुनाव को लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया का बयान आया है।
जल्द तलाशना होगा नया अध्यक्ष- सिंधिया
ज्योतिरादित्य ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष पद से राहुल गांधी का इस्तीफा अकल्पनीय था। उन्होंने कहा कि जो इस पुरानी पार्टी को फिर से खड़ा कर सके, ऐसे नेता का चुनाव जल्द से जल्द किया जाना चाहिए। ज्योतिरादित्य ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि राहुल गांधी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देंगे। लेकिन अब 7 हफ्ते गुजर चुके हैं, ऐसे में कांग्रेस वर्किंग कमेटी को जल्द से जल्द अगले अध्यक्ष का चुनाव करना चाहिए।
7 हफ्ते गुजर चुके अब- ज्योतिरादित्य सिंधिया
कांग्रेस अध्यक्ष पद की दौड़ में अपने नाम की चर्चा पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, 'मैं कभी इस दौड़ में शामिल नहीं रहा, सत्ता की दौड़ में ना तो मैं कभी किसी से लड़ा हूं और ना आगे ऐसा करूंगा।' सिंधिया ने कहा कि वे केवल इतना चाहते हैं कि नए अध्यक्ष का फैसला जल्द से जल्द होना चाहिए, समय बीत रहा है और पार्टी के लिए भी ये जरूरी है कि किसी श्रेष्ठ नेता को ये जिम्मेदारी दी जाए।
मैं कभी इस दौड़ में शामिल नहीं रहा- सिंधिया
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने महासचिव के पद से पिछले हफ्ते ही इस्तीफा दिया था। बता दें कि राहुल गांधी ने 2017 में सोनिया गांधी के बाद कांग्रेस के अध्यक्ष पद की कमान संभाली थी। लोकसभा चुनावों में उन्होंने पार्टी का नेतृत्व किया। हालांकि, इस चुनाव में कांग्रेस को अपेक्षित सफलता नहीं मिल सकी और पार्टी के 52 उम्मीदवार ही चुनाव जीतकर संसद पहुंचने में कामयाब रहे। खुद राहुल गांधी अमेठी की परंपरागत सीट से चुनाव हार गए। लोकसभा चुनावों में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था।