पश्चिम बंगाल चुनाव: CM ममता पड़ीं अकेली, चुनाव आयोग के समर्थन में आई कांग्रेस
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। शुक्रवार को चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया। जिसके तहत तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में एक ही चरण में मतदान हैं, जबकि असम में ये प्रक्रिया तीन और पश्चिम बंगाल में 8 चरण में होगी। तारीखों के ऐलान के बाद ममता बनर्जी चुनाव आयोग पर भड़क गईं। साथ ही उसकी निष्पक्षता पर सवाल उठाए, हालांकि अब वो अकेली नजर आ रही हैं, क्योंकि कांग्रेस ने भी चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत किया है।
Recommended Video
पश्चिम बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हमने चुनाव आयोग से गुहार लगाई थी कि बंगाल में चुनाव के दौरान सुरक्षा का इंतजाम ऐसा हो कि लोग बिना डरे चुनाव में भाग ले सकें। इस वजह से चुनाव आयोग ने निर्णय लिया है कि बंगाल में 8 चरणों में चुनाव होंगे। उन्होंने कहा कि हम मांग करते हैं कि जो लोग बंगाल में चुनाव के दौरान हिंसा करें उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। हम चाहते हैं कि बंगाल में चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से हो।
दीदी
ने
कही
ये
बात
ममता
बनर्जी
ने
कहा
कि
चुनाव
आयोग
ने
बीजेपी
के
हिसाब
से
तारीखों
का
ऐलान
किया
है।
ममता
बनर्जी
ने
पूछा
कि
आखिर
एक
जिले
में
तीन
चरणों
में
क्यों
चुनाव
करवाए
जा
रहे
हैं।
बंगाल
में
एक
ही
चरण
में
चुनाव
होना
चाहिए
था।
23
दिनों
के
चुनावी
कार्यक्रम
पर
सवाल
उठाते
हुए
उन्होंने
कहा
कि
क्या
ये
23
दिन
बीजेपी
को
खेल
खेलने
के
लिए
दिए
गए
हैं?
राज्य
चुनाव
के
लिए
केंद्र
अपनी
शक्तियों
का
दुरुपयोग
नहीं
कर
सकता।
अगर
वे
ऐसा
करते
हैं,
तो
यह
एक
बड़ी
गड़बड़ी
होगी।
हम
आम
लोग
हैं,
हम
अपनी
लड़ाई
लड़ेंगे।
हम
चुनाव
आयोग
से
धन
के
दुरुपयोग
को
रोकने
का
अनुरोध
करते
हैं।
बीजेपी
ने
एजेंसियों
के
माध्यम
से
सभी
जिलों
में
पैसा
पहुंचा
दिया
है।