फ्लाइट छूटी तो एयर इंडिया की महिला कर्मचारी से कांग्रेस विधायक ने की अभद्रता
नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के महसमंद विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक विनोद चंद्राकर पर एयर इंडिया की एयर होस्टेस के साथ अभद्रता करने का आरोप लगा है। आरोप है कि 7 अगस्त को एयर इंडिया की महिला स्टाफ के साथ रायपुर एयरपोर्ट पर जब महिला स्टाफ ने चंद्राकर को विमान में बोर्ड करने से रोक दिया तो वह उससे अभद्रता करने लगे। दरअसल चंद्राकर विमान में बोर्ड करने के लिए देर से पहुंचे थे, जिसकी वजह से महिला स्टाफ ने विमान में बोर्ड करने की इजाजत नहीं दी थी, जिससे नाराज कांग्रेस विधायक महिला स्टाफ से अभद्रता करने लगे।
देर से पहुंचे थे विधायक
रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस विधायक का बोर्डिंग कार्ड शाम 5.36 बजे वापस ले लिया गया था। सिर्फ पांच यात्रियों को छोड़कर सभी यात्री विमान में सवार हो चुके थे। कई बार एयरपोर्ट सेक्युरिटी होल्ड एरिया पर इसकी सूचना दी गई, इसके अलावा 18.12 बजे चेक इन एरिया में भी इसकी सूचना कई बार दी गई। एक यात्री ने बताया कि सभी विमान में आ चुके हैं। लेकिन जब 18.13 बजे तक कोई बाकी के यात्री विमान में नहीं पहुंचे तो 6.18 बजे विमान के दरवाजे को बंद कर दिया गया और विमान ने 6.30 बजे उड़ान भर दी।
मुझे
पता
है
कैसे
बर्ताव
किया
जाता
है
वहीं
इस
बारे
में
कांग्रेस
विधायक
विनोद
का
कहना
है
कि
मैं
विधायक
हूं
और
मुझे
पता
है
कि
कैसे
बर्ताव
किया
जाता
है,
मैं
एयरपोर्ट
पर
5.30
बजे
पहुंच
गया
था।
मेरे
बैग
की
दो
बार
जांच
हुई।
मेरे
बैग
की
जांच
की
वजह
से
मैं
6.05
बजे
फाइनल
गेट
पर
पहुंचा।
लेकिन
एयर
इंडिया
की
महिला
स्टाफ
मुझपर
चिल्लाने
लगी
और
हमे
बोर्ड
करने
की
इजाजत
नहीं
दी।
विनोद
चंद्राकर
को
बोर्डिंग
के
लिए
देर
से
पहुंचने
की
वजह
से
विमान
में
जाने
की
इजाजत
नहीं
दी
गई।
महिला
का
फोन
देने
से
इनकार
विनोद
ने
बताया
कि
मैंने
महिला
स्टाफ
से
कहा
कि
आप
मुझे
साबित
कर
सकती
हैं
कि
मैं
यहां
देर
से
पहुंचा
हूं।
उन्होंने
कहा
कि
मैंने
एयर
इंडिया
प्रशासन
से
कहा
कि
वह
सीसीटीवी
फुटेज
को
देखें।
शुरुआती
जांच
में
यह
बात
सामने
आई
है
कि
विमान
के
डिपार्ट
करने
के
बाद
ही
यात्री
चेक
इन
एरिया
में
पहुंचे
और
महिला
स्टाफ
पर
जोर-जोर
से
चिल्लाने
लगे।
वह
लोगों
के
बीच
कहने
लगे
कि
मैं
कांग्रेस
विधायक
हूं,
जिसके
बारे
में
महिला
कर्मचारी
को
पहले
नहीं
पता
था।
महिला
के
फोन
से
विधायक
ने
स्टेशन
मैनेजर
से
बात
की
और
बाद
में
महिला
का
फोन
देने
से
इनकार
कर
दिया।
यही
नहीं
महिला
कर्मचारी
का
आइडेंटिटी
कार्ड
भी
ले
लिया
गया।
जांच
का
आदेश
रिपोर्ट
के
अनुसार
महिला
कर्मचारी
को
रात
8.30
बजे
दो
किलोमीटर
पैदल
चलकर
बाहर
जाना
पड़ा
और
उसे
बारिश
में
भीगते
हुए
कैब
लेनी
पड़ी
और
24
किलोमीटर
का
सफर
अकेले
तय
करना
पड़ा।
एयर
इंडिया
के
अधिकारियों
के
अनुसार
कर्मचारी
ने
प्रक्रिया
के
अनुसार
अपना
काम
किया।
एयर
इंडिया
के
प्रवक्ता
धनंजय
कुमार
का
कहना
है
कि
हमे
मामले
की
जानकारी
मिली
है,
मैनेजमेंट
ने
इस
मामले
को
गंभीरता
से
लिया
है,
इसकी
विस्तृत
जांच
का
आदेश
दे
दिया
गया
है।
जांच
के
बाद
आगे
की
कार्रवाई
की
जाएगी।
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