मध्य प्रदेश: कांग्रेस विधायक नहीं चुन पाए अपना नेता, राहुल पर छोड़ा सीएम का फैसला
मध्य प्रदेश: कांग्रेस विधायक नहीं चुन पाए अपना नेता, राहुल से कहा-आप करें सीएम का फैसला
भोपाल। मध्य प्रदेश में कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री कौन बनेगा, इसका फैसला आलाकमान करेगा। कांग्रेस अध्यक्ष और आलाकमान सीएम के नाम पर आखिरी मुहर लगाएंगे। कांग्रेस नेता शोभा ओझा ने भोपाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ये जानकारी दी है। ओझा ने कहा कि मुख्यमंत्री चुनने का काम दिल्ली से होगा। वहीं उन्होंने सीएम पद को लेकर किसी तरह की खींचतान होने से भी इनकार कर दिया।
बुधवार भोपाल में कांग्रेस विधायक दल की बैठक में भी सीएम को लेकर फैसला नहीं हो सका। बैठक में प्रस्ताव पास किया गया कि पार्टी आलाकमान ही सीएम का फैसला करे। विधायक दल के नेता के चयन के लिए नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक में प्रस्ताव पारित कर पार्टी हाइकमान को नेता चुनने की जिम्मेदारी सौंप दी गई। मध्य प्रदेश में कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर जबरदस्त खींचतान की खबरें हैं।
इससे पहले मध्य प्रदेश में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात कर अपने 121 विधायकों की सूची सौंपी। मध्य प्रदेश में कांग्रेस नेताओं को बसपा के दो, सपा के एक और चार निर्दलीय विधायकों को भी समर्थन मिला है। जिससे पार्टी ने बहुमत के लिए जरूरी 116 का आंकड़ा पार कर लिया है।
मध्यप्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस को 114, भाजपा को 109, बसपा को दो, सपा को एक और निर्दलीय विधायकों को चार सीटों पर जीत मिली है। राज्य में बहुमत के लिए 116 का आंकड़ा चाहिए। कांग्रेस के पास 114 सीटें हैं और 7 अन्य से समर्थन मिला है।
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