नेताओं को फोन करती रहीं शीला दीक्षित, किसी ने नहीं दिया जवाब, बैठक को करना पड़ा रद्द
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नई दिल्ली। लोकसभा चुनावों में करारी हार के बाद कांग्रेस के खेमे में खलबली मची है। दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित ने हार के कारणों पर मंथन के लिए एक बैठक बुलाई थी लेकिन इस दौरान कुछ ऐसा हुआ कि इस मीटिंग को रद्द करना पड़ा। दरअसल, कांग्रेस नेताओं ने शीला दीक्षित का फोन ही नहीं उठाया। बता दें कि दिल्ली की सातों सीटों पर कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था।
शीला दीक्षित ने हार पर मंथन के लिए बुलाई थी बैठक
लोकसभा चुनावों से पहले शीला दीक्षित को दिल्ली कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया था। शीला दीक्षित लोकसभा चुनाव में मनोज तिवारी के खिलाफ लड़ी थीं लेकिन उनको हार का सामना करना पड़ा था। बुधवार को शीला दीक्षित ने दिल्ली के बाकी उम्मीदवारों को 11 बजे बैठक के लिए बुलाया था। बैठक के लिए पांच सदस्यीय कमेटी का गठन भी किया गया था।
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बैठक में शामिल नहीं हुआ कोई नेता
इस संदर्भ में शाम को एक पत्र भी भेजा गया था। लेकिन इसके बाद फोन कॉल और मैसेज भेजने पर भी कोई जवाब नहीं मिला। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक, किसी ने जब मैसेज और फोन का जवाब नहीं दिया तो सुबह तक का इंतजार किया गया। इसके बाद बुधवार को आखिरकार बैठक रद कर दी गई।
शीला दीक्षित द्वारा बनाई गई कमेटी पर ही उठे थे सवाल
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, समिति में शामिल किए शीला की पसंद के सदस्यों पर ही आपत्ति जाहिर की गई थी। कई वरिष्ठ नेताओं ने शीला दीक्षित की तरफ से गठित समिति की निष्ठा पर सवाल उठाए थे। हार पर मंथन करने के लिए बनाई गई समिति में पूर्व सांसद परवेज हाशमी, पूर्व मंत्री एके वालिया और डॉ. योगानंद शास्त्री,राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा और पूर्व विधायक जय किशन शामिल थे।