CAA पर अब बोले कांग्रेस नेता शशि थरूर, असल में मोदी-शाह का इरादा......
नई दिल्ली- नागरिकता संशोधन कानून लागू करने के बारे में कांग्रेस नेता शशि थरूर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को लेकर बहुत बड़ा बया दिया है। थरूर ने कहा है कि अगर ये दोनों चाहते तो विरोध को कम किया जा सकता था। लेकिन, एनआरसी-एनपीआर पर कुछ भी भरोसा न देकर असल में उनका इरादा भारत में लोगों की पहचान करना है।
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने केरल में कहा है कि, "विरोध को कम किया जा सकता है यदि नरेंद्र मोदी और अमित शाह कह दें- हम एनआरसी के इरादे को छोड़ रहे हैं, कि वे एनपीआर की गिनती के दौरान हर घरों में यह पूछने के लिए नहीं जाएंगे कि 'आपके पिता और माता कहां पैदा हुए थे' और न ही कोई दस्तावेजी सबूत के बारे में पूछेंगे।"
थरूर ने दावा किया कि, "लेकिन, वे (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह) इस तरह के आश्वासन देने के लिए तैयार नहीं हैं और इससे उनके इरादे का पता चल जाता है। उनका इरादा पूरी तरह से भारत में रह रहे लोगों की पहचान करना है।"
Congress leader Shashi Tharoor: But they (PM Narendra Modi & Home Minister Amit Shah) are not prepared to give all those assurances & it says about their intent. Their intention is very much to identify people living in India. #CAA https://t.co/1N7eenoz1b
— ANI (@ANI) January 19, 2020
गौरतलब है कि नागरिकता कानून लागू हो चुका है। इसके तहत भारत के तीन पड़ोसी मुल्कों पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से धार्मिक प्रताड़ना की वजह से 31 दिसंबर, 2014 से पहले भारत आए हिंदू, सिख, क्रिश्चियन, बौद्ध, जैन और पारसी शरणार्थियों को नागरिकता देने की व्यवस्था है। लेकिन, कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी पार्टियां इसका विरोध कर रही हैं। केरल में लेफ्ट फ्रंट और पंजाब में कांग्रेस की सरकारों ने तो इसके खिलाफ अपने विधानसभाओं से प्रस्ताव भी पारित कर लिया है और अपने राज्यों में इसे नहीं लागू करने की भी बात कही है।
अलबत्ता कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने भी कहा है कि संसद से पारित इस कानून को लागू नहीं करना असंवैधानिक फैसला होगा। उधर केंद्र सरकार साफ कर चुकी है कि वह सीएए के मुद्दे पर एक कदम भी पीछे हटने के लिए तैयार नहीं है। सत्ताधारी बीजेपी इसके समर्थन में देशव्यापी मुहिम भी चला रही है।