Bigg Boss में रह चुके हैं संजय निरुपम, जानिए वो विवाद, जिनपर मचा था जमकर हंगामा
नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता और मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष संजय निरुपम ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। दरअसल, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से ऐन पहले टिकट बंटवारे को लेकर उन्होंने बगावती तेवर अपनाया है। शुक्रवार को उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि अभी तक वो पार्टी में रहने की ही सोच रहे हैं लेकिन जो हालात हैं उनमें सुधार नहीं हुआ तो वो कांग्रेस छोड़ देंगे। उन्होंने विधानसभा चुनाव में प्रचार नहीं करने की बात कही है। इस बार अपनी पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले संजय निरुपम अकसर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं। अपने बयानों को लेकर कई बार वो विवादों में भी घिर चुके हैं। एक नजर डालते हैं संजय निरुपम के राजनीतिक करियर पर...
पत्रकारिता से राजनीति में आए संजय निरुपम
पत्रकारिता से राजनीति में आए संजय निरुपम साल 2005 में शिवसेना छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए। अपने खास अंदाज की वजह से निरुपम कुछ ही समय में महाराष्ट्र कांग्रेस का जाना-माना चेहरा बन गए। कांग्रेस में आने के बाद उन्हें महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी में महासचिव बनाया गया। 2009 में संजय निरुपम मुंबई उत्तर लोकसभा सीट से सांसद बनकर संसद भी पहुंचे। उन्हें मुंबई कांग्रेस का अध्यक्ष भी चुना गया। हालांकि, अब महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से ऐन पहले टिकट बंटवारे को लेकर जिस तरह से उन्होंने बगावती रुख अपनाया है, ये पार्टी के लिए अच्छा नहीं कहा सकता है।
शिवसेना से रहे राज्यसभा सांसद
संजय निरुपम का जन्म 6 फरवरी, 1965 को बिहार के रोहतास में हुआ था। 1984 में पटना के एक कॉलेज से उन्होंने राजनीति विज्ञान में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की। इसके बाद वो दिल्ली आ गए जहां साल 1988 में उन्होंने बतौर पत्रकार अपना करियर शुरू किया। करीब 5 साल तक निरुपम इंडियन एक्सप्रेस ग्रुप के जनसत्ता अखबार से जुड़े रहे। 1993 में शिवसेना के मुखपत्र 'दोपहर का सामना' में चले गए। 1996 में शिवसेना में रहने के दौरान उन्हें संसद के उच्च सदन राज्यसभा में जाने का मौका मिला और यही नहीं उनका राजनीतिक करियर की शुरुआत हुई।
2005 में शिवसेना छोड़कर थामा कांग्रेस का हाथ
संजय निरुपम 1996 से लेकर साल 2006 तक राज्यसभा सदस्य रहे। हालांकि, शिवसेना में लंबे समय तक रहने के बाद भी वो खेमा बदलकर कांग्रेस में शामिल हो गए। 2005 में उन्होंने कांग्रेस का सदस्यता ग्रहण की और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उन्हें महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमिटी का महासचिव बनाया। बाद में वो गोवा, गुजरात और नगालैंड के विधानसभा चुनावों में चुनावी पर्यवेक्षक बने। 2008 में निरुपम बिग बॉस में कंटेस्टेंट के तौर पर शामिल हुए, हालांकि जल्दी ही बाहर आ गए थे। 2009 लोकसभा चुनाव में संजय निरुपम मुंबई उत्तर लोकसभा सीट से सांसद चुने गए। हालांकि, 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्हें करारी हार का सामना पड़ा।
2009 में कांग्रेस से पहुंच लोकसभा
2014 लोकसभा चुनाव में पार्टी ने मुंबई की सभी छह सीटें गंवा दीं, बावजूद इसके आलाकमान ने संजय निरुपम को मुंबई कांग्रेस का अध्यक्ष बना दिया। 2019 लोकसभा चुनाव के समय कांग्रेस ने निरुपम को मुंबई उत्तर-पश्चिम से लोकसभा उम्मीदवार घोषित किया, जिसके बाद पार्टी ने उन्हें मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष के पद से भी हटा दिया। संजय निरुपम की जगह मिलिंद देवड़ा को मुंबई कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया। संजय निरुपम अपने बयानों को लेकर भी काफी चर्चा में रहे हैं। उनके कई बयानों पर विवाद भी काफी हुआ।
निरुपम ने पीएम मोदी की तुलना औरंगजेब से की थी
मई में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर एक विवादित बयान दिया था। उन्होंने पीएम मोदी की तुलना आधुनिक औरंगजेब से की थी। निरुपम ने वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ उम्मीदवारी करने वाले कांग्रेस नेता अजय राय के समर्थन में सभा के दौरान ये टिप्पणी की थी। हालांकि, इस बयान को लेकर चुनाव आयोग ने निरुपम को नोटिस भी भेजा था। इससे पहले सितंबर 2018 में भी उन्होंने पीएम मोदी को लेकर विवादित टिप्पणी करते हुए उनको अनपढ़ बता दिया था और कहा था कि पीएम मोदी से स्कूल के बच्चे कुछ नहीं सीख सकते। इस बयान को लेकर खासा विवाद हुआ था।
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