दिग्गज नेता सलमान खुर्शीद का बड़ा बयान, कांग्रेस का 2019 में अपने दम पर सत्ता में आना मुश्किल
नई दिल्ली। 2019 लोकसभा चुनाव को लेकर सभी सियासी दलों ने रणनीतिक तैयारी तेज कर दी है। खास तौर से कांग्रेस पार्टी भी राहुल गांधी के नेतृत्व में इन चुनावों को लेकर खास प्लानिंग में जुटी हुई है। कांग्रेस की चुनावी तैयारियों के बीच पार्टी के वरिष्ठ कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की पार्टी वर्तमान स्थिति को देखते हुए उसके अकेले सत्ता में आना मुश्किल नजर आ रहा है। हालांकि ये विपक्षी गठबंधन "कांग्रेस की लागत" पर नहीं बनाया जाना चाहिए। खुर्शीद ने आगे कहा कि सहयोगी दलों को 2019 में बीजेपी को हराने के लिए बलिदान और समझौते के लिए तैयार रहना चाहिए।
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'सरकार बदलने के लिए गठबंधन की जरूरत है'
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि हमारे सभी नेताओं ने साफ कर दिया है कि देश की सरकार बदलने के लिए गठबंधन की जरूरत है। बीजेपी को जाना होगा। उन्होंने आगे कहा कि भले ही गठबंधन के लिए चाहे जिस त्याग, समझौते और बातचीत की जरूरत हो, कांग्रेस ऐसा करने के लिए तैयार है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अच्छा यही रहेगा कि दूसरे विपक्षी दलों का भी ऐसा रुख हो। जो भी गठबंधन बनें वो कांग्रेस को रोकने के लिए नहीं होना चाहिए, ये गठबंधन बीजेपी को सत्ता से हटाने के लिए होना चाहिए और हम किसी भी हालात के लिए तैयार हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद का बड़ा बयान
सलमान खुर्शीद से जब सवाल किया गया कि क्या कांग्रेस पार्टी अकेले अपने दम पर सत्ता में आ सकती है, तो पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि निश्चित तौर पर आज यह बहुत मुश्किल है। अगर हमें अकेले बहुमत हासिल करना है तो हमें पूरे पांच साल काम करना होगा, क्योंकि तीन साल तक गठबंधन की रणनीति पर काम करने के बाद अचानक ये नहीं कहा जा सकता कि हम अपने दम पर चुनाव लड़ेंगे। आज की स्थिति में हम गठबंधन की रणनीति पर चल रहे हैं, इसके लिए हम हरसंभव जरूरी कदम उठाएंगे।
गठबंधन को लेकर सलमान खुर्शीद ने की अहम टिप्पणी
सलमान खुर्शीद ने आगे कहा कि कांग्रेस इकलौती ऐसी पार्टी है जिसे पूरे देश से सीटें मिलती हैं और अन्य विपक्षी पार्टियों को कुछ तय राज्यों में ही सीटें मिलती हैं। यह व्यावहारिक वास्तविकता है जिसके साथ सभी नेताओं को खुले दिमाग से निपटना पड़ता है। खुर्शीद ने कहा कि बनने वाले गठबंधन का मकसद केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को हराना है। अगर गठबंधन में शामिल होने वाली पार्टियां इस मकसद को भूल जाएंगे तो निश्चित तौर पर यह नहीं बन पाएगा और यह हर पार्टी और देश का नुकसान होगा।
सपा-बसपा को लेकर कही बड़ी बात
सलमान खुर्शीद का बयान ऐसे वक्त में आया है जब विपक्ष 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन की रणनीति बनाने में जुटा हुआ है। हालांकि 2019 से पहले जिस तरह से बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करके अलग राह पकड़ी उससे गठबंधन को लेकर सवाल खड़े हो गए। दूसरी ओर समाजवादी पार्टी ने भी मध्य प्रदेश में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया। बीएसपी और सपा के साथ कांग्रेस के गठबंधन की चर्चाएं काफी समय से चल रही थी हालांकि इस पर सहमति नहीं बन सकी। खुर्शीद ने उम्मीद जताई है कि लोकसभा चुनाव से पहले दोनों पार्टियां फिर से कांग्रेस के साथ आएंगी। विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में स्थितियां अलग-अलग होती हैं।
'राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश नहीं करेगी पार्टी'
दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी के एक और दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने भी लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि पार्टी राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश नहीं करेगी। इसके साथ ही चिदंबरम ने भी यह भी साफ किया कि राहुल ही नहीं, कांग्रेस किसी अन्य नेता की भी दावेदारी की घोषणा नहीं करेगी।