किसानों के लिए राहुल गांधी ने शुरू किया नया कैंपेन, कहा- अहंकारी मोदी सरकार के खिलाफ दें अन्नदाता का साथ
Rahul Gandhi on Farmers Protest: मोदी सरकार संसद के मानसून सत्र में तीन नए कृषि कानून (New Farm Laws) लेकर आई थी। इन कानूनों पर सुप्रीम कोर्ट ने अगले आदेश तक रोक लगा दी है, लेकिन किसानों का प्रदर्शन जारी है। आंदोलनकारियों ने साफ कर दिया है कि जब तक सरकार तीनों नए कानूनों को वापस नहीं लेती, तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा। तमाम राजनीतिक दल भी किसानों के आंदोलन का समर्थन कर रहे हैं। जिसके तहत कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर एक नया कैंपेन शुरू किया है।
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राहुल गांधी ने Speak Up For Kisan Adhikar (स्पीक अप फॉर किसान अधिकार) नाम से एक कैंपेन शुरू किया है। इसके साथ ही उन्होंने 2 मिनट का एक वीडियो जारी किया, जिसमें बताया गया कि कैसे मोदी सरकार किसान विरोधी काम कर रही है। साथ ही क्यों अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतें कम होने के बावजूद देश में पेट्रोलियम पदार्थों के दाम बढ़ रहे हैं। राहुल ने वीडियो के साथ लिखा- "देश के अन्नदाता अपने अधिकार के लिए अहंकारी मोदी सरकार के खिलाफ सत्याग्रह कर रहे हैं। आज पूरा भारत किसानों पर अत्याचार और पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों के विरुद्ध आवाज बुलंद कर रहा है। आप भी जुड़िये और इस सत्याग्रह का हिस्सा बनिये।
देश के अन्नदाता अपने अधिकार के लिए अहंकारी मोदी सरकार के ख़िलाफ़ सत्याग्रह कर रहे हैं।
आज पूरा भारत किसानों पर अत्याचार व पेट्रोल-डीज़ल के बढ़ते दामों के विरुद्ध आवाज़ बुलंद कर रहा है।
आप भी जुड़िये और इस सत्याग्रह का हिस्सा बनिये।#SpeakUpForKisanAdhikar pic.twitter.com/3EG34bUQxm
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 15, 2021
राहुल गांधी बोले- किसानों को बर्बाद करने का षड्यंत्र रच रही है सरकार
कांग्रेस
की
है
ये
रणनीति
सुप्रीम
कोर्ट
(Supreme
Court)
ने
हाल
ही
में
नए
कृषि
कानूनों
से
जुड़ी
एक
याचिका
पर
सुनवाई
की
थी।
इस
दौरान
कोर्ट
ने
इस
कानून
पर
स्टे
लगा
दिया।
साथ
ही
किसान
आंदोलन
पर
सरकार
के
रुख
को
लेकर
नाराजगी
जताई।
कांग्रेस
भी
इस
मुद्दे
को
अच्छे
से
भुनाना
चाहती
है।
जिसके
लिए
कांग्रेस
अध्यक्ष
सोनिया
गांधी
(Sonia
Gandhi)
ने
कई
विपक्षी
दल
के
नेताओं
से
हाल
ही
में
बात
की
थी।
ऐसे
में
विपक्षी
दल
बजट
सत्र
से
पहले
एक
संयुक्त
बैठक
करेंगे।
जिसमें
सरकार
को
घेरने
की
रणनीति
बनाई
जाएगी।
वहीं
उम्मीद
जताई
जा
रही
है
कि
संसद
का
आगामी
सत्र
काफी
हंगामेदार
रहेगा।