राहुल गांधी का मोदी सरकार पर तंज, कहा-'मेक इन इंडिया' अब 'बाय फ्रॉम चाइना' हो गया
नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने सोमवार को दावा किया कि क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता (आरसीईपी) भारतीय अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर देगा। दूसरे देशों से आने वाला सस्ता माल देश में लाखों नौकरियां खा जाएगा। राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि, 'मेक इन इंडिया' अब 'बाय फ्रॉम चाइना' (चीन से खरीदो) हो गया है। राहुल गांधी ने अर्थव्यवस्था को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की है।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'मेक इन इंडिया' अब 'बाय फ्राम चाइना' बन गया है। हर साल हम प्रति भारतीय के लिए 6000 रुपये की वस्तुओं का आयात करते हैं। 2014 के बाद से आयात में 100 फीसदी का इजाफा हुआ है।' राहुल ने दावा किया कि आरईसीपी से भारत में सस्ते सामान की बाढ़ आ जाएगी जिससे लाखों नौकरियां चली जाएंगी और अर्थव्यवस्था को गहरा नुकसान होगा। राहुल ने अपने इस ट्वीट में भारत और चीन के झंडे वाले इमोटिकॉन्स का उपयोग किया है।
"Make in 🇮🇳" has become “Buy from 🇨🇳”.
Each year we import Rs. 6,000/ worth of goods from 🇨🇳 for every Indian! A 100% increase since 2014. #RCEP will flood India with cheap goods, resulting in millions of job losses & crippling the 🇮🇳 economy. https://t.co/4DqzARiL6D
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 4, 2019
आरसीईपी 10 आसियान देशों, जैसे ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, मलेशिया, म्यांमार, सिंगापुर, थाईलैंड, फिलीपींस, लाओस और वियतनाम और उनके छह एफटीए साझेदार चीन, जापान, भारत, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच एक प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौता है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिवसीय थाईलैंड यात्रा पर हैं। वह आज बैंकॉक में एसोसिएशन ऑफ साउथईस्ट एशियन नेशंस (आसियान) शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।
मोदी आरसीईपी शिखर सम्मेलन में भी शामिल होंगे, जहां सदस्य देशों के नेता वर्तमान में बैंकॉक में चल रही वार्ता की स्थिति की समीक्षा करेंगे और अगले कुछ दिनों तक जारी रहेंगे। मोदी की तीन दिवसीय यात्रा के लिए बैंकाक रवाना होने से पहले, विदेश मंत्रालय ने कहा था कि भारतीय वार्ताकार उचित और पारदर्शी तरीके से आरसीईपी व्यापार सौदे से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों को हल कर रहे हैं।
जवाहर यादव हत्याकांड: करवरिया बंधुओं को आजीवन कारावास की सजा