निर्मला सीतारमण के बजट को चिदंबरम ने 10 में से दिए इतने अंक
नई दिल्ली। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा शनिवार को 2020-21 का बजट पेश किया गया। कांग्रेस ने इस बजट को खोखला बताया है। वहीं बजट पर कांग्रेसी नेता पी चिदंबरम से 1 से 10 तके बीच में नंबर देने के लिए पूछा गया तो उन्होंने कहा कि, इस बजट को लेकर वह वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को 10 में से एक या शून्य नंबर दे सकते हैं। उन्होंने यह दावा भी किया कि बजट से साबित होता है कि केन्द्र की नरेंद्र मोदी सरकार अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की उम्मीद छोड़ चुकी है।
पी चिदंबरम ने कहा कि, मैंने हाल के वर्षों का सबसे लंबा बजट भाषण देखा। यह 160 मिनट तक चला। मुझे समझ नहीं आया कि बजट 2020-21 से क्या सन्देश देने का इरादा था। उन्होंने कहा, मुझे इस बजट में कोई यादगार विचार या बयान नहीं दिखा। यह पूछे जाने पर कि वह इस बजट के लिए वित्त मंत्री को 10 में से कितने नंबर देंगे तो चिदंबरम ने कहा, 10 में दो संख्या 1 और 0 होती हैं। आप दोनों में से कोई भी चुन सकते हैं। मेरे हिसाब से यह ठीक रहेगा।
चिदंबरम ने कहा कि, भाजपा सरकार की पहचान आत्मनिर्भरता, संरक्षणवाद, नियंत्रण और आक्रामक कराधान जैसे विवादित अवस्था से हुई है, बजट इसकी पुष्टि करता है। सरकार बाजार अर्थव्यवस्था, प्रतिस्पर्धा या उच्चतर व्यापार तीव्रता में विश्वास नहीं करता है। बजट में ऐसा कुछ भी नहीं है जो हमें विश्वास दिलाता है कि 2020-21 में विकास में गति आएगी। अगले साल 6 से 6.5 फीसदी की वृद्धि का दावा आश्चर्यजनक और गैर-जिम्मेदाराना है।
उन्होंने कहा, जनता ऐसा बजट नहीं चाहती थी और इस बजट के लिए भाजपा को वोट नहीं दिया था। चिदंबरम ने एलआईसी में विनिवेश से जुड़े सवाल पर कहा, जहां तक एलआईसी की बात है तो यह बहुत बहस का विषय है। एलआईसी में विनिवेश को लेकर हम पार्टी में चर्चा करेंगे और संसद में अपनी बात रखेंगे। जम्मू-कश्मीर के लिए राशि के आवंटन पर उन्होंने कहा, आजादी का विकल्प पैसा नहीं हो सकता। लोग छह महीनों से पाबंदी में हैं। पहले उनकी आजादी बहाल की जाए और फिर पैसा दिया जाए।
चिदंबरम ने कहा कि, ऐसा प्रतीत होता है कि लोगों को कीमत के मोर्चे पर कोई राहत नहीं मिलेगी। कृपया याद रखें कि CPI मुद्रास्फीति 7 प्रतिशत से अधिक है और खाद्य मुद्रास्फीति 10 प्रतिशत से अधिक है। सरकार सुधारों पर विश्वास नहीं करती है और संरचनात्मक सुधारों में तो बिलकुल नहीं। वित्त मंत्री ने आर्थिक सर्वेक्षण में निहित प्रत्येक सुधार विचार को एकमुश्त खारिज कर दिया है। यह है 2020-21 के लिए आपका बजट। आपने इस तरह का बजट नहीं मांगा और आपने भाजपा को इस तरह के बजट के लिए वोट नहीं दिया। लेकिन आपको इसके साथ रहना होगा, जब तक कि सरकार इस पर फिर से विचार करने के लिए मजबूर न हो, जैसा कि 2019 में हुआ था।
CM योगी बोले-शाहीन बाग में प्रदर्शनकारियों को 'बिरयानी' खिला रही है केजरीवाल सरकार