आलोक वर्मा को हटाने पर बोले मल्लिकार्जुन खड़गे- बिना सलेक्शन कमेटी की सहमति CBI डायरेक्टर पर फैसला नहीं ले सकते PM
नई दिल्ली। सीबीआई प्रमुख आलोक वर्मा को हटाए जाने के मामला अब तुल पकड़ लिया है। कांग्रेस के नेता मल्लिकाअर्जुन खड़गे ने कहा कि सीबीआई चीफ को हटाया जाना शर्मनाक है। खड़गे ने कहा कि वो इस संबंध में पीएम मोदी को तीन पेज का एक पत्र भी लिखे हैं जिसमें उन्होंने बताया है कि वो सीबीआई के निदेशक को हटाने के लिए अकेल कोई फैसला नहीं सकते हैं। बता दें कि खड़गे विपक्षी पार्टी के नेता के तौर पर उस सलेक्शन कमेटी का हिस्सा है जो सीबीआई डायरेक्टर की नियुक्ति करती है। बता दें कि इस कमेटी में प्रधानमंत्री, चीफ जस्टिस और नेता प्रतिपक्ष होते हैं।
खड़गे ने कहा कि अकेले पीएम के पास सीबीआई डायरेकट्र को हाटने का अधिकार नहीं है ना ही इनमें हस्तक्षेप करने का आधिकार है। खड़गे ने कहा कि पीएम और सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी के नेता के तौर पर मैं उस सलेक्शन कमेटी का हिस्सा हूं, जो सीबीआई डायरेक्टर की नियुक्ती करती है। इस तरह से हटाना बिल्कुल गलत है। कांग्रेस ने कहा कि राफेल डील का जांच के डर से सरकार ने आलोक वर्मा को हटाया है। मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि 4 साल 6 महीने में मोदी सरकार ने इतने घोटाले किए हैं कि इनको रात में नीद नहीं आती। रात में ही ऐसी कार्रवाई करते हैं।
बता दें कि मोदी सरकार ने आलोक वर्मा को रात लगभग 12 बजे हटा दिया था। खड़गे ने कहा कि वरिष्ठ अफसर आरके दत्ता जिनके पास सीबीआई में 208 महीने तक काम करने का अनुभव है साथ में वे जांच एजेसी में विशेष निदेशक भी रहे हैं। ऐसे मोदी सरकार ने उन्हें निदेशक क्यों नहीं बनाय। उनके जूनियर अफसर को अंतरिम निदेशक बना दिया गया है। कांग्रेस ने कहा कि जिस अधिकारी को सरकार ने सीबीआई का अंतरिम निदेशक बनाया है वो उन पर भी कथित तौर पर कई तरह की अनियमितताएं बरतने का आरोप है।
यह भी पढ़ें- राजस्थान में बोले राहुल गांधी- यूपी में विधायक ने महिला का रेप किया, PM और CM मौन रहे