CAB 2019: असम बन गया नया कश्मीर: अधीर रंजन
नई दिल्ली। देश में नागरिकता संशोधन बिल के पास होने के बाद तमाम पूर्वोत्तर प्रदेशों में हिंसक प्रदर्शन चल रहा है। पूर्वोत्तर भारत कई राज्यों में इस बिल का विरोध हो रहा है। इस बिल के खिलाफ विपक्ष भी लगातार सरकार को घेर रही है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी पूर्वोत्तर राज्यों के हालात पर चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि यह काफी चिंता का विषय है कि पूरा पूर्वोत्तर राज्य, खासकर असम हिंसा की चपेट में है। असम को कूटनीतिक तौर पर भारत का काफी अहम हिस्सा माना जाता है। एक तरफ कश्मीर घाटी और दूसरी तरफ नया कश्मीर असम बन रहा है, जहां हालात चिंताजनक हैं।
बता दें कि हिंसक प्रदर्शन को नियंत्रित करने के लिए असम की राजधानी गुवाहाटी और अन्य स्थानों पर सेना और असम राइफल्स की आठ टुकड़ियां तैनात की गई हैं। रक्षा जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल पी खोंगसाई ने बताया कि बिगड़ती कानून व्यवस्था को नियंत्रण में लाने के लिए गुवाहाटी के अलावा मोरीगांव, सोनितपुर और डिब्रूगढ़ जिलों के नागरिक प्रशासन ने सेना और असम राइफल्स की मांग की है।
इस विधेयक के खिलाफ प्रदर्शनकारियों के हिंसा पर उतर जाने के बाद बुधवार को सेना बुलाई गई थी, हालात काबू से बाहर होता देख नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने रविवार को होने वाली संयुक्त सीएसआईआर-यूजीसी नेट की परीक्षा को स्थगित कर दिया है।। असम सहित उत्तरपूर्वी राज्यों में प्रदर्शन से कई सैलानी वहां फंसे हुए हैं, ट्रेने रद्द हैं और फ्लाइट भी स्थगित कर दी गई हैं जिस वजह से ना ही कई वहां से आ सकता है, असम में स्कूलों और कालेजों को 22 दिसंबर तक के लिए बंद कर दिया गया है, राज्य में चल रहे प्रदर्शन को समर्थन देते हुए असम सरकार के कर्मचारियों ने 18 दिसंबर तक हड़ताल का ऐलान किया है।