गुलाम नबी ने PM मोदी के साथ अपने इमोशनल कनेक्शन पर खुलकर की बात, कहा- जिसे जो समझना है समझे
Ghulam Nabi Azad on PM Modi: राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे गुलाम नबी आजाद का कार्यकाल खत्म हो गया है। हाल ही में सदन में उन्हें विदाई दी गई। उस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजाद की जमकर तारीफ की। साथ ही वो उनके साथ जुड़े अपने अनुभवों को साझा कर भावुक हो गए। बाद में जब गुलाम नबी आजाद ने बोलना शुरू किया तो वो भी अपने आंसू नहीं रोक पाए। इसके बाद से राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे थे। कुछ लोगों का मानना था कि कांग्रेस हाईकमान से नाराज आजाद बीजेपी में भी जा सकते हैं। हालांकि एक बार फिर उन्होंने ऐसी खबरों का खंडन किया है। साथ ही बताया कि वो राज्यसभा में क्यों भावुक हुए थे।
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न्यूज चैनल आज तक के एक प्रोग्राम में गुलाम नबी आजाद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेरे लिए बहुत अच्छे शब्दों में बोला। मेरे सभी पार्टी के नेताओं के साथ अच्छे संबंध हैं। जब पीएम मोदी सदन में भावुक हुए तो उसी को देखकर मेरी आंखों में भी आंसू आ गए। उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी बताना चाहते थे कि आजाद सदन में लड़ाई भी करता है और जब कश्मीर में गुजरात के लोग मारे गए थे तो वो रोया भी था। बीजेपी में जाने की अटकलों पर उन्होंने कहा कि ये सभी जानते हैं कि आजाद कहीं नहीं जाने वाला, जिसको जो समझना है समझे। अटल जी भी इंदिरा और संजय गांधी की तारीफ करते थे। अब इसे कोई दूसरी तरीके से ले तो कोई कुछ नहीं कर सकता।
आंखों
के
सामने
आई
आंतकी
घटना
की
तस्वीर
गुलाम
नबी
आजाद
के
मुताबिक
वो
नए-नए
जम्मू-कश्मीर
के
मुख्यमंत्री
बने
थे।
तभी
सीएम
हाउस
और
गवर्नर
हाउस
के
बीच
आतंकियों
ने
एक
बस
पर
हमला
किया,
जिसमें
गुजरात
के
पर्यटक
थे।
इस
घटना
में
कई
लोग
मारे
गए।
उन्होंने
कहा
कि
मैं
भागा-भागा
घटनास्थल
पर
गया।
वहां
के
हालात
को
देखकर
मैंने
रोते
हुए
प्रधानमंत्री
और
गुजरात
के
तत्कालीन
सीएम
नरेंद्र
मोदी
को
फोन
किया।
इसके
बाद
शवों
को
ले
जाने
के
लिए
जहाज
की
व्यवस्था
हुई।
जब
वो
एयरपोर्ट
पर
पहुंचे
तो
छोटे-छोटे
बच्चे
उनसे
लिपटकर
रोने
लगे।
वो
पूछ
रहे
थे
कि
मेरे
पापा
कहां
है।
उसी
मंजर
को
याद
कर
मेरी
आंखों
में
आंसू
आ
गए।
उन्होंने
बताया
कि
घटना
के
बाद
जब
उनकी
नरेंद्र
मोदी
से
बात
हुई
थी
तो
भी
वो
रो
पड़े
थे।