सांसदों को मोबाइल गिफ्ट करने के मामले में डीके शिवकुमार ने आयकर विभाग पर साधा निशाना
बेंगलुरु। कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री डीके शिवकुमार ने कुछ सांसदों को उपहार में फोन देने के लिए खुद को नोटिस भेजे जाने पर रविवार को जांच एजेंसियों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जिन्हें उपहार मिले, उन्हें नोटिस नहीं भेजा गया। शिवकुमार को कथित धनशोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने तीन सितंबर को गिरफ्तार किया था और उन्हें तिहाड़ जेल में न्यायिक हिरासत में रखा गया है। शनिवार को जमानत मिलने के बाद वह दिल्ली से बेंगलुरु पहुंचे जहां उनका जोरदार स्वागत हुआ।
शिवकुमार ने पार्टी कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा, "सिंचाई मंत्री होने के नाते मुझे कई मुद्दों को निपटाना होता था। कुछ लोगों ने मुझसे नए फोन देने के लिये कहा, और मैंने वो दिये। इसके तुरंत बाद मुझे आयकर विभाग का नोटिस मिला। " उन्होंने कहा, "नोटिस के बाद मैंने किसी और नहीं बल्कि निजी खाते से खर्च का ब्यौरा दिया ।" उन्होंने कहा कि तीन व्यक्तियों को छोड़कर, अन्य सभी लोगों ने फोन स्वीकार कर लिया था।
उन्होंने कहा, ' मेरे खिलाफ बयान देने वाले सभी लोगों ने मुझे फोन मिलाए हैं। नोटिस भी उन्हें देना चाहिए। 50,000 रुपये से अधिक के उपहार पाने वाले सभी लोगों को नॉट नोटिस देना चाहिए? लेकिन मैं उस मुद्दे को उठाना नहीं चाहता। शिवकुमार ने कहा, 'यह केवल एक उदाहरण है कि कैसे मुझे प्रताड़ित किया गया। यह पिछले एक साल से चल रहा है।'