बीजेपी की पदयात्रा पर दिग्विजय सिंह का तंज, पूछा- गांधी जी के रास्ते पर हो या गोडसे के
इंदौर। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के मौके पर भाजपा की पदयात्रा पर तंज कसा है। इंदौर में आयोजित एक कार्यक्रम में बुधवार को दिग्विजय सिंह ने कहा कि महात्मा गांधी की हत्या करने वाली विचारधारा अपने कार्यकर्ताओं को एक महीने के लिए हर पंचायत में पदयात्रा करने के लिए कह रही है। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि वे वहां क्या करेंगे और वे गांधी जी को कैसे पेश करेंगे? वो गांधी के पक्ष में होंगे या गोडसे के पक्ष में होंगे?
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वाट्सएप, फेसबुक जैसे सोशल मीडिया के जरिये महात्मा गांधी को बदनाम किया जा रहा है, जिस तरह से नाथू राम गोडसे को महिमामंडित किया जा रहा है। यह हमारे लिए दुर्भाग्य की बात है। इससे पहले गांधी जयंती पर राष्ट्रपिता के बारे में दिग्विजय सिंह ने कहा कि महात्मा गांधी देश के हैं, वो सिर्फ कांग्रेस के नहीं हैं। उन्होंने कहा कि, जिस दिन संसद में (जम्मू-कश्मीर से जुड़ा) अनुच्छेद 370 हटाया गया, उस दिन अगर महात्मा गांधी जिंदा होते, तो वह उसी दिन दिल्ली के लाल किले से श्रीनगर के लाल चौक की अपनी यात्रा की घोषणा कर देते।
उन्होंने कहा कि, पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी हमेशा कहते थे कि कश्मीर समस्या का हल जम्हूरियत (लोकतंत्र), कश्मीरियत और इंसानियत से मिल सकता है। लेकिन मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने इन तीनों सिद्धांतों को विदा देकर अटलजी की इस विचारधारा को समाप्त कर दिया। उन्होंने कहा, आपने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान का हालिया भाषण सुना होगा जिसमें वह इस्लामोफोबिया और इस्लामी चरमपंथ की बात कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि, इसके विरोध में हिंदुओं का चरमपंथीकरण की बात की जा रही है और रेडिकलाइजेशन ऑफ द हिंदूज भी उतना ही खतरनाक है, जितना खतरनाक रेडिकलाइजेशन ऑफ द मुस्लिम्स है। पाकिस्तान में बहुसंख्यकों का सांप्रदायिकरण हुआ है और वहां के हालात आप देख ही रहे हैं। इसी तरह अगर भारत में बहुसंख्यकों का सांप्रदायिकरण होगा, तो इसके दुष्परिणामों से हमारे देश को बचाना आसान नहीं होगा।
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