अफसर को बैट से पीटने वाले आकाश विजयवर्गीय पर दिग्विजय सिंह ने दिया ये बयान
अफसर को बैट से पीटने वाले आकाश विजयवर्गीय को लेकर क्या बोले दिग्विजय सिंह
नई दिल्ली। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे और मध्य प्रदेश की इंदौर-3 विधानसभा सीट से पार्टी के विधायक आकाश विजयवर्गीय आजकल सुर्खियों में हैं। दरअसल बुधवार को इंदौर में एक जर्जर मकाने को गिराने पहुंची नगर निगम की टीम के एक अफसर को आकाश ने क्रिकेट बैट से पीट-पीटकर भगा दिया। इसके बाद पुलिस ने आकाश को गिरफ्तार कर लिया और उसे 11 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो सियासी गलियारों में भी हलचल मच गई। हालांकि कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि उनका बेटा कभी कोई गलत काम नहीं कर सकता। अब इस मामले पर कांग्रेस के दिग्गज नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह का भी बयान सामने आया है।
'आकाश लगते तो बहुत भोले हैं...'
कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय द्वारा निगम के अफसर की बल्ले से पिटाई करने के मामले पर दिग्विजय सिंह ने तंज कसते हुए कहा, 'आकाश विजयवर्गीय लगते तो बहुत भोले और सुसंस्कृत हैं। मुझे तो बिल्कुल उम्मीद नहीं थी कि आकाश ऐसा करेंगे। सत्ता में आने के बाद भाजपा के लोगों ने देश में ऐसा ही माहौल बना दिया है। ये लोग कानून में विश्वास नहीं रखते। आकाश विजयवर्गीय पहली बार चुनाव जीते हैं, मैं नहीं जानता कि उन्होंने ऐसा क्यों किया, लेकिन भाजपा के नेता सत्ता के अहंकार में डूबे हुए हैं।'
क्या था पूरा मामला
आपको बता दें कि बुधवार को जोनल अफसर धीरेंद्र बायस और असीत खरे नगर निगम की टीम के साथ जेल रोड के पास गंजी कंपाउंड स्थित एक दो मंजिला जर्जर मकान को गिराने पहुंचे थे। इस दौरान निगम के अफसरों का उस घर में रहे एक किराएदार से विवाद हो गया। किसी ने इस बात की सूचना आकाश विजयवर्गी को दे दी। मौके पर पहुंचे आकाश नगर निगम के अधिकारियों से उलझ गए। विवाद इतना बढ़ा कि विधायक आकाश विजयवर्गीय ने क्रिकेट बैट उठा लिया और निगम अफसर धीरेंद्र बायस को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा।
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'पहले आवेदन, फिर निवेदन और उसके बाद दना दन...'
वहीं, इस पूरे मामले पर आकाश विजयवर्गीय ने कहा कि उन्हें इस घटना पर अफसोस नहीं है। आकाश ने कहा, 'यह तो सिर्फ शुरुआत है। हम इस भ्रष्टाचार और गुंडई को खत्म करके रहेंगे। अब पहले आवेदन, फिर निवेदन और उसके बाद दना दन...' यह हमारा कदम होगा। मैं आपको बता दूं कि उनके गैंग ने महिलाओं को उनके घरों से बाहर खींच लिया, महिला पुलिस को उनके साथ होना चाहिए था। जब मैं वहां पहुंचा, तब लोग अधिकारियों पर गुस्सा थे और वे उनका पीछा कर रहे थे। हम पुलिस स्टेशन में उन अधिकारियों पर एफआइआर दर्ज कराने आए हैं।'
आकाश को 11 दिन की जेल
घटना सामने आने के बाद पुलिस ने इस मामले में आकाश विजयवर्गीय समेत 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। आकाश के खिलाफ एमजी रोड थाने में आईपीसी की धारा 353, 294, 323 506, 147, 148 के तहत केस दर्ज किया गया है। गिरफ्तारी के बाद आकाश विजयवर्गीय को पेशी के लिए कोर्ट ले जाया गया, जहां से उन्हें 11 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। वहीं इस मामले में एक और जानकारी सामने आ रही है। दरअसल आकाश विजयवर्गीय ने इंदौर में जिस मकान को बचाने के लिए कानून हाथ में लिया, दरअसल उसे ढहाने का आदेश पिछली बीजेपी के सरकार के दौरान ही दिया गया था।