बंगाल में कांग्रेस के गठबंधन पर फिर आनंद शर्मा ने उठाए सवाल, बोले-एकजुट कांग्रेस ही दे सकती है BJP को चुनौती
नई दिल्ली। पार्टी नेतृत्व के खिलाफ बगावती तेवर अपनाने वाले जी-23 ग्रुप के कांग्रेसी नेता आनंद शर्मा ने एक बार फिर से अपनी पार्टी के नेतृत्व को नसीहत दी है। आनंद शर्मा ने कहा कि, केवल एक मजबूत और एकजुट कांग्रेस भाजपा के प्रभुत्व को चुनौती दे सकती है। आनंद शर्मा ने हाल ही में पश्चिम बंगाल में आईएसएफ के साथ कांग्रेस के गठबंधन पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि, पश्चिम बंगाल में आईएसएफ और अन्य ऐसी ताकतों के साथ पार्टी का गठबंधन पार्टी की मूल विचारधारा के खिलाफ है। जिसके बाद कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने पटलवार किया है।
एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू देते हुए आनंद शर्मा ने गुरुवार को स्पष्ट किया कि उनका एकमात्र उद्देश्य कांग्रेस पार्टी को पुनर्जीवित करना और फिर से सक्रिय करना था। उन्होंने कहा, "केवल एक मजबूत और एकजुट कांग्रेस भाजपा के प्रभुत्व को चुनौती दे सकती है। राष्ट्रीय राजनीतिक में जरूरी संतुलन को बहाल कर सकती है। जो किसी भी लोकतंत्र में जरूरी और जरूरी है।
कांग्रेस अंदर चल रही गुटबंदी को लेकर आनंद शर्मा ने कहा कि, हम आजीवन कांग्रेसी और पार्टी के संस्थापक और निर्माता हैं। हमने अपना जीवन समर्पित कर दिया है और पार्टी को मजबूत बनाने और सक्रिय करने के लिए हर संभव प्रयास जारी रखेंगे। अधीर रंजन चौधरी के बीजेपी के साथ नाम जोड़ना पर शर्मा ने कहा कि, यह अपमान था। मैं इस खराब टिप्पणी पर किसी भी तरह की प्रतिक्रिया के साथ नहीं दे सकता।
आनंद शर्मा भी जम्मू में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करने वाले नेताओं के समूह का हिस्सा थे। उन्होंने भी जी -23 के छह अन्य नेताओं के साथ कांग्रेस पार्टी की आलोचना की थी। ये कार्यक्रम वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पार्टी के पूर्व नेता विपक्ष गुलाम नबी आज़ादको सम्मानित करने के लिए आयोजित किया गया था।
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