कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने अब प्रधानमंत्री मोदी के सामने उठाई यह मांग, लिखा पत्र
नई दिल्ली। लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नई शइक्षा नीति में बंगाली भाषा को शास्त्रीय भाषा के रूप में सूचीबद्ध करने के लिए पत्र लिखा है। अभी हाल में केंद्रीय कैबिनेट ने देश में नई शिक्षा नीति की मंजूरी दी है। इससे पहले गुरूवार को अधीर रंजन चौधरी ने गुरुवार जम्मू-कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश के पहले उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू के इस्तीफे पर सवाल उठाते हुए पूछा था कि उनका इस्तीफा क्या स्वैच्छिक था।
Adhir Ranjan Chowdhury, Leader of Congress party in Lok Sabha, writes to Prime Minister Narendra Modi to enlist Bengali language as classical language in #NewEducationPolicy. pic.twitter.com/esbcH315vW
— ANI (@ANI) August 7, 2020
चौधरी ने एक ट्वीट जरिए पूछा कि सवाल यह है कि यूटी जम्मू और कश्मीर के पहले एलजी ने अपना इस्तीफा क्यों दिया? स्वैच्छिक या निर्देश?' एक अन्य ट्वीट में कांग्रेस नेता ने कहा, मुझे लगता है कि उन्होंने सरकार की शर्मिंदगी के लिए अपने स्वयं के विचारों को हवा देकर बहुत गलत किया है और अपने पांव पर कुल्हाड़ी मार ली है। बकौल, आप इसे #MurmuSyndrome भी कह सकते हैं।
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गौरलतब है जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल के रूप में पद छोड़ने के एक दिन बाद गिरीश चंद्र मुर्मू को गुरुवार को भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (CAG) के रूप में नियुक्त किया गया था। वित्त मंत्रालय की एक अधिसूचना में गुरुवार को कहा गया कि मुर्मू को राष्ट्रपति द्वारा उनके कार्यालय के प्रभार ग्रहण करने की तारीख से सीएजी नियुक्त किया गया है। वह शनिवार को शपथ लेंगे।
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