कांग्रेस का अब्दुल्ला पर तंज- राजनीतिक मतभेद अपनी जगह, चीन के पक्ष में बयान देना गैरजिम्मेदाराना
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला द्वारा चीन को लेकर दिए गए विवादित बयान के बाद अब वे विपक्षियों पार्टियों के निशाने पर आ गए हैं। कांग्रेस ने अब्दुल्ला के बयान की आलोचना करते हुए इसे गैर-जिम्मेदाराना बताया है। इससे पहले बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने फारुख अब्दुल्ला को देश विरोधी बयान बताते हुए आलोचना की थी।
मंगलवार को कांग्रेसी नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने फारूक अब्दुल्ला के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, राजनीतिक विचारधारा, मतभेद ,मनभेद सब अपनी जगह हैं लेकिन उस वक्त जब चीन हमारी सरहदों पर नापाक इरादों के साथ तैनात है,तब फारुक अब्दुल्ला का चीन के पक्ष में बयान न केवल बेहद गैर जिम्मेदाराना है बल्कि निंदनीय भी है। मंगलवार को, जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के नेता रविंदर शर्मा ने भी अब्दुल्ला पर तंज कसा है।
जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के नेता रविंदर शर्मा ने कहा कि, जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। कोई अन्य देश इस मामले में हस्तक्षेप नहीं कर सकता। मुझे नहीं पता कि उन्होंने ऐसा क्यों कहा। एक वरिष्ठ नेता होने के नाते, उन्हें यह नहीं कहना चाहिए था। हम ऐसे बयानों से सहमत नहीं हैं। हम केंद्रीय सरकार से भी अलग हैं लेकिन यह किसी भी चीज को सही नहीं ठहराती है जो देश के खिलाफ है या लोगों की भावनाओं को आहत करती हो।
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वहीं नेशनल कॉन्फ्रेंस ने सोमवार को इस बात से इनकार किया कि अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि चीन के सहयोग से अनुच्छेद 370 को बहाल किया जाएगा और भाजपा पर आरोप लगाया कि एक टीवी साक्षात्कार के दौरान उनकी टिप्पणियों को पूरी तरह घुमा दिया। पार्टी ने कहा कि अब्दुल्ला ने रविवार को दिए साक्षात्कार में कभी भी चीन की विस्तारवादी मंशा या उसके उग्र रवैये को उचित नहीं ठहराया, जैसा कि भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने नई दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान दावा किया।
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