केरल कांग्रेस अध्यक्ष ने स्वास्थ्य मंत्री शैलजा को कहा 'कोविड क्वीन', सीपीएम ने की सार्वजनिक माफी की मांग
नई दिल्ली। केरल कांग्रेस के अध्यक्ष मुल्लापेल्ली रामचंद्रन के राज्य की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा को 'कोविड रानी' कहे जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। शैलजा की पार्टी सीपीएम ने टिप्पणी को बेहद आपत्तिजनक बताते हुए रामचंद्रन से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को कहा है। पार्टी की ओर से कहा गया है कि ऐसी उम्मीद नहीं थी कि कांग्रेस नेता इतना गिर जाएंगे और ऐसी हल्की टिप्पणी करेंगे।
कांग्रेस नेता रामचंद्रन ने कहा था कि निपाह विषाणु फैलने के दौरान शैलजा कोझिकोड में मेहमान बन कर गई थीं और उन्होंने 'निपाह राजकुमारी' बनने का प्रयास किया था। अब वह 'कोविड रानी' बनने की कोशिश कर रही हैं। रामचंद्रन ने कांग्रेस नेता रमेश चेन्निथला के विरोध प्रदर्शन के दौरान ये बयान दिया था।
राज्य के वित्त मंत्री टी. एम. थॉमस आइजेक ने रामचंद्रन के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केरल की स्वास्थ्य मंत्री शैलजा को कह रहे हैं कि निपाह राजकुमारी अब कोविड रानी बनने चली है। क्या कोई नेता इतना नीचे गिर सकता है? इन सबसे शैलजा और केरल सरकार को मिलने वाली वह प्रशंसा कम नहीं होगी जो महामारी से निपटने के लिए उन्हें मिली है।
सीनियर वामपंथी नेता बृंदा करात ने रामचंद्रन के बयान की निंदा करते हुए कहा कि इस प्रकार का बयान लैंगिक भेदभाव की उनकी मानसिकता को दर्शाता है। बता दें कि कोरोना का पहला मामला देश में केरल में ही मिला था। जिसके बाद राज्य सरकार ने इससे निपटने के लिए काम शुरू किया। खासतौर से केरल की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा को उनके प्रयासों के लिए काफी सराहना मिली है। केरल इस समय कोरोना प्रभावित राज्यों में शीर्ष 15 में भी नहीं है। इससे पहले निपाह वायरस जब केरल में फैला था तब भी शैलजा के काम की तारीफ देशभर में हुई थी। बता दें कि केरल में अभी 3 हजार से कम कोरोना के मामले हैं। जबकि महाराष्ट्र में एक लाख से ज्यादा तो दिल्ली और तमिलनाडु में 50 हजार से ज्यादा केस मिल चुके हैं।
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