झारखंड़ में भी अलग-थलग पड़ी कांग्रेस
नई दिल्ली। देशभर में कांग्रेस की खस्ता हालत कांग्रेस आलाकमान के लिए मुसीबत बनता जा रहा है। पहले यूपीए का कुनबा बिखरा उसके बाद धीरे-धीर राज्यों में भी कांग्रेस के साथ उसके सहयोगी रहने को तैयार नहीं है। झारखंड में कांग्रेस के समर्थन से जेएमएम की सरकार ने कांग्रेस से गठबंधन तोड़ने की घोषणा कर दी है। विधानसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर सहमति नहीं बनने से दोनों दलों ने अलग होने का ऐलान कर दिया है।
सूत्रों की माने तो कांग्रेस राज्य की कुल 81 सीट में से 45 सीट मांग रही थी लेकिन जेएमएम खुद ज्यादा सीटों की मांग पर अड़ी रही। जिसके चलते गठबंधन टूट की कगार पर पहुंच गया गौरतलब है कि झारखंड़ में आरजेडी भी इसी गठबंधन का हिस्सा थी। जेएमएम से गठबंधन टूटने के बाद प्रदेश कांग्रेस ने केंद्रीय नेतृत्व को आरेजेडी और जेडीयू को साथ लेकर चुनाव लड़ने का प्रस्ताव भेजा है।
हालांकि इस खबर की अभी आधिकारिक घोषणा होनी अभी बाकी है लेकिन गठबंधन टूटना लगभग तय है। आपको बता दें कि झारखंड देश का तीसरा ऐसा राज्य बन गया है जहां 2014 के आम चुनावों के बाद कांग्रेस का गठबंधन टूटा है। इससे पहले महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले शरद पवार की एनसीपी ने यूपीए गठबंधन से किनारा कर लिया था। वहीं जम्मू-कश्मीर में भी फारुख अब्दुल्ला की नेशनल कॉन्फ्रेंस कांग्रेस से पहले ही अपनी गठबंधन खत्म कर चुकी है।