कुमारस्वामी सरकार गिरने पर बीजेपी के समर्थन में आई शिवसेना, दिया ये बड़ा बयान
नई दिल्ली। कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस के गठबंधन वाली सरकार गिरने के बाद एनडीए के सहयोगी दल शिवसेना ने प्रतिक्रिया दी है। अपने मुखपत्र सामना में शिवसेना ने लिखा है कि कर्नाटक में लोकतंत्र अभी जिंदा है। साथ ही इस लेख के जरिए पूछा गया है कि क्या मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी लोकतंत्र जीवित रहेगा। बता दें कि एचडी कुमारस्वामी फ्लोर टेस्ट के दौरान बहुमत के लिए जरूरी आंकड़ा नहीं जुटा पाए थे और उनकी सरकार गिर गई थी।
कर्नाटक में अभी जिंदा है लोकतंत्र- शिवसेना
शिवसेना ने कहा कि भाजपा ने कर्नाटक में अधिक सीटें जीतीं लेकिन पार्टी सत्ता से बाहर रही, जो जनादेश के खिलाफ था। कुमारस्वामी सरकार एक कमजोर व्यवस्था पर बनी थी, जो कुछ विधायकों के बागी होने के बाद गिर गई। ये केवल तो समय ही बताएगा कि क्या मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी लोकतंत्र जीवित रहेगा।
कुमारस्वामी सरकार एक दीया की तरह थी- शिवसेना
कुमारस्वामी सरकार के बारे में सामना में शिवसेना ने कहा है कि 14 महीने बाद आखिर जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन वाली सरकार गिर गई, ये सरकार एक दीया की तरह थी जो कभी भी बुझ सकता था। इसमें आगे कहा गया है कि 37 विधायकों के साथ कुमारस्वामी को सीएम बनाया गया था और 78 विधायकों वाली कांग्रेस ने उनको समर्थन दिया था। कर्नाटक की बात करें तो अब बीजेपी सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है और बीएस येदुरप्पा एक बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।
कर्नाटक में गिर गई थी कुमारस्वामी सरकार
कर्नाटक विधानसभा में मंगलवार को फ्लोर टेस्ट के दौरान एचडी कुमारस्वामी अपनी सरकार नहीं बचा पाए। इसी के साथ दो हफ्तों से चल रहे कर्नाटक के सियासी नाटक का अंत हो गया। 14 महीने पुरानी कुमारस्वामी सरकार विधानसभा में विश्वासमत परीक्षण के दौरान बहुमत के लिए जरुरी संख्या नहीं जुटा पाई। कुमारस्वामी सरकार के पक्ष में 99 वोट पड़े थे जबकि विपक्ष में 105 वोट पड़े थे। सरकार गिरने के बाद जेडीएस और कांग्रेस बीजेपी पर खरीदफरोख्त का आरोप लगा रहे हैं।