आगामी चुनाव में गठबंधन को लेकर कांग्रेस का महामंथन, बनाई जा रही खास रणनीति
नई दिल्ली। 2019 के लोकसभा चुनाव और आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी ने सियासी गुणा-गणित बैठाना शुरू कर दिया है। पार्टी की रणनीति पर गौर करें तो सबसे पहले उनकी योजना उन राज्यों पर ज्यादा फोकस करने पर है जहां विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। यही वजह है कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने इन राज्यों में गठबंधन को लेकर आंतरिक चर्चा शुरू कर दी है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक इसके लिए कांग्रेस आलाकमान ने पार्टी के दिग्गज नेताओं की एक कमेटी बनाई है, जिसने अलग-अलग राज्यों में गठबंधन को लेकर पार्टी नेताओं के साथ बातचीत और चर्चा शुरू कर दी है।
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बिना राहुल कांग्रेस के दिग्गज नेता माथापच्ची में जुटे
कांग्रेस पार्टी ने विभिन्न राज्यों में मजबूत गठबंधन को लेकर खास कमेटी का गठन किया है, जिसकी अहम बैठक में आगे की रणनीति पर चर्चा का दौर जारी है। इस कमेटी में पूर्व रक्षामंत्री एके एंटनी, अशोक गहलोत, अहमद पटेल, और गुलाम नबी आजाद जैसे पार्टी के वरिष्ठ नेता शामिल हैं। एचटी में छपी खबर के मुताबिक इस कमेटी का पूरा फोकस मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, कर्नाटक, ओडिशा, झारखंड और महाराष्ट्र में अलग-अलग पार्टियों से गठबंधन की संभवानाओं को तलाशने पर है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इस बैठक में शामिल नहीं हुए क्योंकि वो अपने संसदीय क्षेत्र के दो दिवसीय दौरे पर हैं।
गठबंधन को लेकर बनाई जा रही अहम रणनीति
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि अलग-अलग राज्यों में गठबंधन की रणनीति के लिए सभी राज्यों के पार्टी पदाधिकारियों को अलग-अलग टाइम स्लॉट दिए गए थे, जिसमें वो राज्य में गठबंधन को लेकर जरूरी जानकारी मुहैया करा सकें। कांग्रेस नेताओं की इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष और विधायी दल के नेताओं के अलावा, महासचिव और राज्य प्रभारी शामिल हुए।
छत्तीसगढ़ में मायावती के दांव से कांग्रेस हुई चौकन्नी
बैठकों के ये दौर इसलिए भी चल रहा है क्योंकि छत्तीसगढ़ में मायावती की बीएसपी ने अजित जोगी की जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ से समझौता कर लिया है। इससे पहले ऐसी चर्चाएं थीं कि बीएसपी की कांग्रेस के साथ गठबंधन पर बातचीत चल रही है, हालांकि ऐसा नहीं हुआ। छत्तीसगढ़ ही नहीं मध्य प्रदेश में भी बीएसपी ने 22 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का ऐलान किया है। हालांकि कांग्रेस को उम्मीद है कि मध्य प्रदेश में बीएसपी से गठबंधन होने की अभी संभावना है।
आखिर क्या थी छत्तीसगढ़-MP चुनाव में मायावती की डिमांड
जानकारी के मुताबिक मध्य प्रदेश में बीएसपी 40 से 50 सीट की मांग कर रही है, जबकि उसे 20 से 22 सीटें देने को तैयार नजर आ रही है। इसी तरह से छत्तीसगढ़ में मायावती 15 सीटें चाहती थीं लेकिन कांग्रेस 9 सीट से ज्यादा देने को राजी नहीं थी। कांग्रेस नेता ने इस बात की जानकारी दी है। वहीं बिहार की बात करें तो वहां कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल का गठबंधन है। हालांकि दूसरे दलों से गठबंधन को लेकर भी पार्टी ने इंकार नहीं किया है।
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