संबित पात्रा: कांग्रेस का एक ही लक्ष्य- मंदिर नहीं बनने देंगे, शाखा नहीं चलने देंगे
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 के लिए कांग्रेस ने अपना मेनिफेस्टो शनिवार को जारी किया, जिसमें उसने कहा है कि अगर वह सत्ता में आती है तो सरकारी भवनों और उसके परिसरों में RSS की 'शाखा' नहीं चलने देगी। इसके अलावा सरकारी कर्मचारियों को RSS 'शाखाओं' में भाग लेने की अनुमति देने के पहले के सभी आदेशों को रद्द किया जाएगा, जिस पर बवाल मच गया है।
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कांग्रेस का सिर्फ एक ही लक्ष्य है शाखा नहीं चलने देंगे...
बीजेपी ने इस मुद्दे पर कांग्रेस की तीखी आलोचना की है। रविवार को भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने मीडिया में बयान दिया कि ऐसा लगता है कि आजकल कांग्रेस का सिर्फ एक ही लक्ष्य है मंदिर नहीं बनने देंगे, शाखा नहीं चलने देंगे, उसके पास ना तो अपना एजेंडा है और ना ही सोच है, उसका काम केवल बीजेपी पर हमला करना है, जनता भी ये बात समझ रही है और वो उसको जरूर जवाब देगी।
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पी चिदंबरम ने कहा है कि RSS एक राजनीतिक संगठन
जबकि वहीं इस मसले पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा है कि RSS एक राजनीतिक संगठन है। अगर कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में यह कहा है कि वह MP में सत्ता में आने के बाद शाखाओं को बदं करा देगी, तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है। एक सरकारी कर्मचारी को अपने कार्यकाल के दौरान किसी राजनीतिक दल के साथ खुले तौर पर नहीं रहना चाहिए।
कांग्रेस के घोषणा पत्र में कुल 973 वादें किए गए
गौरतलब है कि कांग्रेस के घोषणा पत्र में कुल 973 वादें किए गए हैं, जिसमें 75 पर फोकस किया गया है, इसके बारे में बात करते हुए मध्य प्रदेश कांग्रेस के चीफ कमलनाथ ने कहा कि अगर हमारी पार्टी सत्ता में आती है तो बेघरों को 2.50 लाख रुपए का अनुदान दिया जाएगा।
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51 हजार रुपए की मदद
इसके अलावा, बेटियों के विवाह के लिए 51 हजार रुपए की मदद दी जाएगी। कांग्रेस ने इस घोषणा पत्र को वचन पत्र नाम दिया है। कांग्रेस का कहना है कि हम सिर्फ वादे नहीं करेंगे, बल्कि उन्हें पूरा करेंगे।
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