कांग्रेस नेता ने प्रणब मुखर्जी को लिखा खत, RSS कार्यक्रम में ना जाने का किया अनुरोध
नई दिल्ली। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा आरएसएस के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर निमंत्रण स्वीकर करने पर कांग्रेस ने टिप्पणी करने से इंकार कर दिया है। कांग्रेस अपने सीनियर नेता और पूर्व राष्ट्रपति को लिखकर यह नहीं कहना चाहेगी कि अपने फैसले पर विचार करें। राष्ट्रपति के इस फैसले से कई लोग स्तब्ध हैं। वरिष्ठ नेता सीके जाफर शरीफ ने तो इसे लेकर प्रणब मुखर्जी को चिट्ठी तक लिख डाली । पूर्व केन्द्रीय मंत्री सीके जाफर शरीफ ने पूर्व राष्ट्रपति को पत्र लिख कर उनके इस कदम पर आश्चर्य व्यक्ति किया और कहा कि आरएसएस के कार्यक्रम में शामिल होने के बारे में जानबूझ कर वह अन्य धर्मनिरपेक्ष लोगों की भांति ही स्तब्ध हैं।
संसदीय चुनाव से पहले संघ परिवार के कार्यक्रम में जाना ठीक नहीं
पूर्व रेल मंत्री जाफर शरीफ ने बताया कि उन्होंने प्रणव मुखर्जी को पत्र क्यों लिखा। उन्होंने बताया कि, उनका फैसला चौंकाने वाला था। हमने उनसे पूछा कि उन्हें क्या प्रेरित कर रहा है? वह अचानक क्यों जा रहे हैं? शरीफ ने कहा कि व्यक्तिगत तौर पर उनका मानना है कि जो व्यक्ति दशकों तक राजनीति में धर्मनिरपेक्ष रहा, विभिन्न पदों पर सेवाएं दीं, जिसमें राष्ट्रपति जैसे उच्च पद भी शामिल है, उनका संसदीय चुनाव से पहले संघ परिवार के कार्यक्रम में जाना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा, 'मैं आपसे इस पर फिर से विचार करने और धर्मनिरपेक्षता तथा देश हित में संघ परिवार के कार्यक्रम में जाने से बचने का अनुरोध करता हूं।
जाफर ने 13 महीने पहले मोहन भागव को राष्ट्रपति बनाने का किया था समर्थन
आपको बता दे कि 13 महीने पहले जाफर शरीफ का आरएसएस को लेकर रुख अलग था। राष्ट्रपति के चुनाव के दौरान जाफर ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर आरएसएस चीफ मोहन भागवत को राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाने का सिफारिश की थी। पूर्व रेल मंत्री जाफर शरीफ ने 29 मार्च को लिखे अपने पत्र में कहा कि, उनकी 'देशभक्ति और संविधान के प्रति उनकी प्रतिबद्धता' पर कोई संदेह नहीं है।मैं निजी तौर पर महसूस करता हूं कि देश के राष्ट्रपति पद के लिए श्री मोहन भागवत के नाम पर विचार किए जाने पर किसी को किसी भी तरह की दिक्कत नहीं होनी चाहिए।
कई नेता ने किया विरोध
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता टॉम वड़क्कन ने इस मामले पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। उन्होंने मीडिया को बताया कि 'फिलहाल इस मामले पर हम कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। इस कार्यक्रम को होने दीजिये। उसके बाद हम कुछ कह सकेंगे।' हालांकि, इस मुद्दे पर कांग्रेस ने कुछ कहने से इंकार किया, लेकिन पार्टी के पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने इसे ‘अटपटा' करार देते हुए मुखर्जी के इस कदम पर सवाल खड़े कर दिए।