प्रियंका की एंट्री के बाद कांग्रेस का बड़ा फैसला, यूपी के अलावा इन राज्यों में भी अकेले लड़ेगी चुनाव
नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर विपक्षी दलों को साथ लेकर बीजेपी के खिलाफ मैदान में उतरने की रणनीति में कांग्रेस ने बदलाव किया है। आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की मुलाकात के अगले दिन ही पार्टी ने ऐलान कर दिया कि राज्य की सभी 25 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ेगी। इसका मतलब है कि आंध्र प्रदेश में टीडीपी और कांग्रेस के बीच कोई गठबंधन नहीं होगा। कांग्रेस के लिहाज से तेलंगाना में टीडीपी के साथ जाने का कोई लाभ नहीं मिला तो वहीं, चंद्रबाबू नायडू की नजर में कांग्रेस सूबे में मजबूत नहीं है। जबकि प्रियंका की एंट्री के बाद कांग्रेस खेमा उत्साहित नजर आ रहा है।
आंध्र में अकेले लड़ेगी कांग्रेस
एआइसीसी महासचिव ओमन चांडी ने साफ किया था आंध्र प्रदेश में टीडीपी के साथ उनकी पार्टी का कोई गठबंधन नहीं है। राज्य की सभी 175 विधानसभा और 25 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि टीडीपी ने हमारे साथ केवल राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन किया है, जिसका सूबे से कोई लेनादेना नहीं है। इन दोनों दलों ने तेलंगाना में गठबंधन किया था और तेलंगाना में कांग्रेस हालिया विधानसभा चुनाव में 21 से घटकर 19 सीटों पर आ गई थी, जबकि टीडीपी 15 के मुकाबले केवल 2 सीट जीत सकी थी।
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बंगाल में कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं चाहतीं ममता!
इसी प्रकार पश्चिम बंगाल में कांग्रेस और ममता बनर्जी की पार्टी के साथ गठबंधन के आसार अभी नजर नहीं आ रहे हैं। हालांकि ममता बनर्जी द्वारा आयोजित विपक्षी दलों की रैली में राहुल खुद शामिल नहीं हुए थे लेकिन उन्होंने अभिषेक मनु सिंघवी और मल्लिकार्जुन खड़गे को भेजा था। टीएमसी बंगाल में कांग्रेस के साथ गठबंधन करने में संकोच कर रही है क्योंकि इस स्थिति में उसे सीटों का बंटवारा करना पड़ेगा।
यूपी और दिल्ली में भी कांग्रेस अकेले मैदान में
वहीं, प्रियंका गांधी के कांग्रेस का महासचिव बनाए जाने से पूरी पार्टी उत्साहित नजर आ रही है और पार्टी को उम्मीद है कि प्रियंका लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की नैय्या पार लगाने में सफल होंगी। प्रियंका के आने के बाद राहुल गांधी ने भी कहा था कि पार्टी बैकफुट पर नहीं फ्रंटफुट पर लड़ेगी। हालांकि कांग्रेस को झटका देते हुए मायावती-अखिलेश यादव ने यूपी में गठबंधन कर लिया था, जिसके बाद पार्टी ने अकेले ही सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया था।
यूपी-दिल्ली में भी अकेले लड़ेगी कांग्रेस
वहीं, प्रियंका गांधी के कांग्रेस का महासचिव बनाए जाने से पूरी पार्टी उत्साहित नजर आ रही है और पार्टी को उम्मीद है कि प्रियंका लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की नैय्या पार लगाने में सफल होंगी। प्रियंका के आने के बाद राहुल गांधी ने भी कहा था कि पार्टी बैकफुट पर नहीं फ्रंटफुट पर लड़ेगी। हालांकि कांग्रेस को झटका देते हुए मायावती-अखिलेश यादव ने यूपी में गठबंधन कर लिया था, जिसके बाद पार्टी ने अकेले ही सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया था।
इन राज्यों में कांग्रेस की गठबंधन की कोशिशें जारी
दिल्ली में भी शीला दीक्षित को पार्टी अध्यक्ष बनाए जाने के बाद आम आदमी पार्टी की तरफ से ऐलान किया गया कि वे लोकसभा चुनावों में कांग्रेस के साथ कोई गठबंधन नहीं करेंगे। हालांकि पार्टी के कुछ नेताओं का कहना है कि कांग्रेस महाराष्ट्र में शरद पवार की एनसीपी, तमिलनाडु में डीएमके, कर्नाटक में जेडीएस, बिहार में राजद और झारखंड में JMM से गठबंधन करने पर बातचीत कर रही है।