आंध्र प्रदेश में टूटा कांग्रेस और टीडीपी का गठबंधन, पार्टी अकेले लड़ेगी चुनाव
नई दिल्ली। हाल ही में हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस तेलंगाना में आंध्र प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी टीडीपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ी थी। लेकिन लोकसभा चुनावों के पहले ही इस गठबंधन में दरार आ गई है। कांग्रेस ने ऐलान किया है कि, वह आंध्र प्रदेश की सभी 175 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी। इससे पहले कांग्रेस ने बुधवार को कहा था कि वह आंध्र प्रदेश में आगामी राज्य विधानसभा और लोकसभा दोनों के चुनाव अपने बूते लड़ेगी और सत्तारूढ़ तेलगू देशम पार्टी के साथ कोई गठबंधन नहीं करेगी।
आंध्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रघुवीरा रेड्डी ने बुधवार को कहा कि आगामी चुनावों में कांग्रेस राज्य में किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेगी, उन्होंने कहा कि कांग्रेस अकेले सभी 175 विधानसभा सीटें और 25 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। आंध्र प्रदेश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ होने हैं।
वहीं एआइसीसी महासचिव व केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने साफ किया कि आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ तेदेपा के साथ उनकी पार्टी का कोई गठबंधन नहीं है। उन्होंने कहा, राज्य की सभी 175 विधानसभा और 25 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ेगी। तेदेपा ने हमारे साथ केवल राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन किया है, जिसका राज्य से कोई लेनादेना नहीं है। बताया जा रहा है कि, तेलंगाना के कांग्रेस नेताओं ने भी राहुल गांधी स टीडीपी से गठबंधन तोड़ने की मांग की थी। 9 जनवरी को आंध्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने भी राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को गठबंधन को लेकर एक रिपोर्ट सौंपी थी।
बता दें कि, तेलंगाना में कांग्रेस और TDP ने एक साथ चुनाव लड़ा था लेकिन दोनो पार्टियों को के चंद्रशेखर राव की पार्टी TRS के सामने करारी हार का सामना करना पड़ा। तेलंगाना विधानसभा की 119 सीटों में से TRS को 88 सीटों पर जीत मिली जबकि कांग्रेस सिर्फ 19 और TDP महज 2 ही सीटें जीत पायी।
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