EC के फैसले पर कांग्रेस का पलटवार, कहा- 'चुनाव आचार संहिता' अब 'मोदी प्रचार संहिता' बन चुकी है
नई दिल्ली। चुनाव आयोग की ओर से वीवीपैट के इस्तेमाल को लेकर विपक्षी पार्टियों की मांग खारिज किए जाने के बाद कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी का बयान सामने आया है। अभिषेक मनु सिंघवी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि वीवीपैट पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या ऐसा इसलिए है क्योंकि चुनाव आचार संहिता, मोदी प्रचार संहिता बन गई है? क्या आप ईवीएम की विश्वसनीयता के लिए कुछ नहीं करेंगे?
अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि क्या आप बीजेपी के लिए ईवीएम इलेक्ट्रॉनिक विजय मशीनें बनाएंगे? क्या ऐसा इसलिए है क्योंकि चुनाव आयोग का मतलब इनफिब्लेड, इरीटेटेड, एलिमिनेटेड विश्वसनीयता है। इसके अलावा अभिषेक मनु सिंघवी ने नियमों का हवाला देते हुए कहा कि कुछ स्थितियों में वीवीपैट पर्ची का अनिवार्य सत्यापन नहीं किया जा सकता है।
AM Singhvi, Cong: I read out "VVPAT slips have been counted due to either non-display of result from control unit or under rule 56 D of conduct of polls rule or whatsoever 'the reason shan't be included in draw of lots for mandatory verification of VVPAT slips'.What's the reason? pic.twitter.com/R5JvcZinTp
— ANI (@ANI) May 22, 2019
बता दें कि बुधवार को चुनाव आयोग ने 22 विपक्षी पार्टियों की उस मांग को ठुकरा दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि कहा था कि अगर किसी मतदान केंद्र में वीवीपैट के सत्यापन में कोई गड़बड़ी पाई जाती है तो आयोग उस विधानसभा क्षेत्र के सभी मतदान केंद्रों के वीवीपीएटी के पेपर स्लिप का 100 फीसदी मिलान करे। अपने ज्ञापन में उन्होंने चुनाव आयोग से अनुरोध किया था कि वीवीपैट के सत्यपान के लिए वोटर स्लिप का मिलान मतगणना के शुरुआत में किया जाए ना कि आखिरी चरण की काउंटिग के बाद।
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