लोकसभा चुनाव 2019: कर्नाटक में कांग्रेस का 'हाथ' छोड़ सकती है JDS, देवगौड़ा ने दिए संकेत
बेंगलुरु। कर्नाटक में कांग्रेस की सहयोगी पार्टी जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) के बीच आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर मतभेद की खबरें सामने आ रही हैं। जेडीएस ने बुधवार को कांग्रेस को छोड़कर अकेले लोकसभा चुनाव लड़ने के संकेत दिए जैसा कि वह अगस्त में हुए पंचायत चुनाव में कर चुकी है। इकनॉमिक्स टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक, जेडीएस ने कहा है कि तीन राज्यों में हुए चुनाव में जीत के बाद कांग्रेस अकेले फैसले ले रही है। अगर उसने ऐसा करना बंद नहीं किया तो वह अकेले 2019 के लोकसभा चुनाव लड़ सकती है।
जेडीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष एचडी देवगौड़ा ने कहा कि उनकी पार्टी ने अभी कोई फैसला नहीं लिया है। गौड़ा ने कहा, मैं नहीं चाहता हूं कि इस तरह का कोई आरोप मेरे कंधों पर आए। हालांकि यह इस बात पर निर्भर करता है कि कांग्रेस पार्टी हमारे साथ कितने सम्मान के साथ व्यवहार करती है। वहीं जेडीएस के प्रवक्ता का कहना है कि पार्टी के नेताओं की एक राय है कि दोनों दलों में 'फ्रेंडली फाइट' हो।
हाल ही में दोनों दलों के बीच मतभेद की मुख्य वजह हाल ही में कांग्रेस ने राज्य सरकार द्वारा संचालित बोर्डों और निगमों में एकतरफा नियुक्तियां कर दी थीं। इस बोर्ड और निगमों में कुछ ऐसे भी थे जो जेडीएस मंत्रियों के विभागों के अंतर्गत आते थे। यही नहीं कांग्रेस ने अपने पार्टी कार्यकर्ता को मुख्यमंत्री का राजनीतिक सचिव बना दिया है जिससे जेडीएस नाराज चल रही है। गौड़ा ने कहा, मुझे इस बात से कोई दिक्कत नहीं है कि हमारी पार्टी को बोर्डों और निगमों में एक तिहाई हिस्सा मिला है। लेकिन इनमें से कुछ इकाइयाँ जो हमें अपने हिस्से के रूप में मिली हैं, उनके पास बहुत कम या कोई बजटीय समर्थन नहीं है।
उन्होंने कहा कि जल्द ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे। गांधी वर्तमान में कर्नाटक में नए मंत्रियों के पोर्टफोलियो आवंटन में व्यस्त हैं। जेडीएस के प्रवक्ता रमेश बाबू ने कहा कि, हम अक्सर कांग्रेस को बड़े भाई की तरह व्यवहार करते देखते हैं। इसलिए हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं की राय है कि हमें राज्य की सभी 28 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए। अगर ऐसा हुआ तो एचडी देवगौड़ा हासन और बेंगलुरु नॉर्थ सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। वर्तमान में केंद्रीय मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा इस सीट से सांसद हैं।
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