कांग्रेस का पीएम मोदी पर गंभीर आरोप, 23 मई को पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 5 से 10 रुपये की बढ़ोतरी करने की तैयारी
नई दिल्ली: कांग्रेस ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अमेरिका के ईरान से तेल खरीदने प्रतिबंधों से मिली छूट हटाने के फैसले को लेकर निशाना साधा। कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि पीएम मोदी ने तेल कंपनियों को 23 मई तक पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोतरी ना करने का आदेश दिया है। 23 मई को देश में चल रहे लोकसभा चुनाव के नतीजे आएंगे। रणदीप सुरजेवाला ने ट्विटर पर इसे लेकर कई ट्वीट किए।
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'23 मई को पेट्रोल-डीज़ल की कीमतें बढ़ाने की तैयारी'
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर लिखा कि मोदी जी जनता को ये नहीं बता रहें है कि जनता की आँख में धूल झोंकने व वोट बटोरने के लिए, उन्होंने 23 मई तक तेल कंपनियों को पेट्रोल-डीज़ल की क़ीमते न बढ़ाने का निर्देश दिया है। 23 मई की शाम को ही पेट्रोल-डीज़ल की कीमतें ₹5-10 बढ़ाने की तैयारी है। पर जनता इस छलावे में नहीं आएगी!'मोदी जी मूकदर्शक बने बैठें हैं'
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'मोदी जी मूकदर्शक बने बैठें हैं'
रणदीप सुरजेवाला ने अमेरिका के ईरान से आयात होने वाले कच्चे तेल पर पांबदी के फैसले पर ट्वीट कर लिखा कि भारत के लिए ईरान से तेल आयात करना सहज है क्योंकि हम ₹ में भुगतान करतें है, न की $ में। हमें 60 दिन का Credit Period व Free Shipping की सुविधा है। यह कांग्रेस ने किया। देश की तेल निर्भरता व सुरक्षा पर मोदी सरकार व PM मूकदर्शक बने बैठे हैं। उन्होंने पूछा कि अमरीका की भारत को ईरान से कच्चा तेल निर्यात करने की पाबंदी, क्या भारत की संप्रभुता पर हमला नहीं है? रोज़ अपनी बहादुरी की झूठी शेखी बघारने वाले मोदीजी अब चुप क्यों है ?
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'मोदी जी झोला उठाइये और चले जाइये'
रणदीप सुरजेवाला ने सिलसिलेवार तरीके से ट्वीट करते हुए लिखा कि ईरान पर पाबंदियों ने भारत के सामरिक समुद्री सड़क मार्ग पर गहरा आघात किया है और मोदी जी मौन धारण किये हुए हैं। मोदी सरकार की ये कूटनीतिक व आर्थिक विफलता है। मोदी जी, झोला उठाइये और चले जाइये।
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अमेरिका ने ईरान से तेल खरीदने पर प्रतिंबध की दी धमकी
वाशिंगटन ने सोमवार को घोषणा की कि ईरान से आयात करने पर प्रतिबंधो पर सभी तरह की छूट मई के आखिर में समाप्त हो जाएगी। इससे आयात करने वाले देशों पर तेहरान से खरीद बंद करने का दबाव होगा। अमेरिका ने कहा कि ईरान से तेल खरीदने वाले देश 1 मई तक ये खरीद बंद कर दे नहीं तो प्रतिबंधों के लिए तैयार हो जाएं। अमेरिका द्वारा दी गई 6 महीने की छूट खत्म करने के फैसले से एशिया के देशों में सबसे ज्यादा भार पड़ेगा क्योंकि ईरान से तेल खरीदने वाले आठ बड़े देश एशिया से हैं। भारत चीन के बाद ईरान से तेल आयात करने वाला सबसे बड़ा देश है।
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