48 साल पुराने एजेंडे पर चुनाव लड़ रही है कांग्रेस- अरुण जेटली
नई दिल्ली- केंद्रीय वित्त मंत्री और बीजेपी नेता अरुण जेटली ने अपने फेसबुक ब्लॉग पर एक पोस्ट के जरिए कांग्रेस पर तीखा निशाना साधा है। जेटली ने लिखा है कि ऐसा लगता है कि कांग्रेस 48 साल पुराने एजेंडे पर चुनाव लड़ रही है। इसके साथ ही कई मुद्दों पर जेटली ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और बाकी विपक्षी नेताओं पर भी निशाना साधा है।
"क्या कांग्रेस ने अपने हाथ खड़े कर लिए हैं?"
"क्या कांग्रेस ने अपने हाथ खड़े कर लिए हैं?" टाइटिल से लिखे पोस्ट में जेटली ने कांग्रेस पर तंज कसा है कि वह समय से 48 साल पीछे चल रही है। जेटली ने लिखा है कि, "कांग्रेस 2019 का चुनाव 1971 के एजेंडे पर लड़ रही है। समय के साथ उसका तालमेल नहीं है।" उन्होंने राफेल जेट को लेकर राहुल की बातों का जवाब देते हुए लिखा है,"पिछले एक साल में राफेल और बिजनेस हाउसेज को लोन माफ करने को लेकर एक झूठी कहानी बनाई गई है, जो सच्चाई से पूरी तरह से उलट है।" उन्होंने राफेल के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट में राहुल के खेद जताने के बारे में कहा कि फर्जी मुद्दे बनाने से मतदाताओं के बीच एक राजनेता के तौर पर राहुल गांधी की विश्वसनीयता बहुत ज्यादा गिरी है। उनके मुताबिक, "राहुल अपनी ही झूठ के पीड़ित बन गए हैं।"
2014 से बड़ा जनादेश आने वाला है?
अपने पोस्ट में जेटली ने दावा किया है कि बीजेपी ने पूरब में अहम बढ़त हासिल की है और लगता है कि कर्नाटक भी बीजेपी के पक्ष में जा रहा है। जेटली के मुताबिक आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में क्षेत्रीय पार्टियों का दबदबा दिख रहा है और दोनों राज्यों में कांग्रेस और टीडीपी (TDP) का सफाया होने जा रहा है। जेटली के मुताबिक अगले चरण के चुनावों में बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला होने जा रहा है। उनके मुताबिक कांग्रेस इस स्थिति में नहीं है कि वह बीजेपी या क्षेत्रीय दलों का ठीक से सामना कर सके, इसलिए अगले दौर में मुद्दा यह बच जाता है कि बीजेपी की जीत का अंतर कितना होता है। उनके अनुसार," वोट के नजरिए से यह 2014 जैसा ही होगा या उससे भी ज्यादा होगा? जमीन से जो उत्साहजनक प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं, उससे लगता है कि जनादेश 2014 से बड़ा होने वाला है।"
"राहुल ने हारने वाली निराशा जाहिर की"
इस ब्लॉग में जेटली ने दिल्ली में सीटों के तालमेल को लेकर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच महीनों चली खींचतान को लेकर भी राहुल को निशाना बनाया है। उनके मुताबिक, "निराशा तब चरम पर पहुंच गई, जब बिना यह महसूस किए कि अरविंद केजरीवाल उनके साथ एक गेम खेल रहे थे, उन्होंने प्रदेश इकाई की सलाह को ताक पर रखकर उनको चार सीटों का ऑफर दे दिया। इससे उन्होंने हारने वाली की निराशा जाहिर की।" जेटली ने आगे लिखा है कि, "न्यू इंडिया पॉजिटिव इंडिया है। यह राहुल, अरविंद केजरीवाल, ममता बनर्जी और टीडीपी (TDP) की नकारात्मकता को स्वीकार नहीं करता है।"
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