अध्यक्ष बदलते ही यूपी कांग्रेस में बगावत, इस दिग्गज नेता ने दिया इस्तीफा
यूपी कांग्रेस कमेटी में बदलाव के साथ शुरू हुई बगावत, दिग्गज पार्टी नेता ने दिया इस्तीफा
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद से ही कांग्रेस पार्टी नेतृत्व के संकट से जूझ रही है। राहुल गांधी के इस्तीफे को लेकर लंबे चले घमासान के बाद अब यूपी कांग्रेस में बगावत छिड़ गई है। दरअसल हाल ही में यूपी कांग्रेस के संगठन में बड़ा बदलाव किया गया है और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी के करीबी अजय कुमार लल्लू को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस बदलाव के साथ ही कांग्रेस में घमासान तेज हो गया है और पार्टी नेताओं ने प्रियंका गांधी का विरोध करना शुरू कर दिया है। पार्टी के एक दिग्गज नेता ने अपना इस्तीफा भेजते हुए कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी है।
पूर्व एमएलसी शिराज महेंदी ने दिया इस्तीफा
कांग्रेस कमेटी में हुए बदलाव के विरोध में यूपी कांग्रेस के बड़े नेता और पूर्व एमएलसी शिराज महेंदी ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखते हुए सिराज मेंहदी ने पार्टी में शिया समुदाय की अनदेखी का आरोप लगाया है। सिराज मेंहदी ने कहा, 'नई कांग्रेस कमेटी में शिया समुदाय के एक भी व्यक्ति को नहीं लिया गया है। यही हाल आपकी राष्ट्रीय कमेटी का है, वहां भी शिया समुदाय का कोई व्यक्ति कार्यकारिणी में नहीं है। जबकि, भारतीय जनता पार्टी ने केंद्र में मुख्तार अब्बास नकवी को मंत्री और गैरूल हसन रिजवी को अल्पसंख्यक आयोग का चेयरमैन बनाया हुआ है। यूपी में मोहसिन रजा को मंत्री और बुक्कल नवाब को एमएलसी बनाया हुआ है। ये सभी शिया समुदाय से हैं।'
'कांग्रेस पार्टी ने शियाओं को क्या दिया?'
सिराज मेंहदी ने आगे लिखा है, 'पार्टी ने प्रमोद कृष्णम को लखनऊ से लोकसभा का चुनाव लड़ाया, उन्हें एक लाख 84 हजार वोट मिले, जिसमें शियाओं ने ललकार के उन्हें वोट दिया। अब शिया समुदाय सवाल कर रहा है कि कांग्रेस पार्टी ने शियाओं को क्या दिया और मेरे पास कोई जवाब नहीं है। इसलिए, मेरे पास इस्तीफा देने के अलावा कोई रास्ता नहीं है। मैं एआईसीसी और पीसीसी की सदस्यता से अपना इस्तीफा आपके पास भेज रहा हूं। कृप्या इसे स्वीकार करके मुझे मुक्ति दें।' इसके साथ ही सिराज मेंहदी ने पीसीसी के गठन की प्रक्रिया पर भी सवाल खड़े किए हैं।
आराधना मिश्र विधायक दल की नेता
आपको बता दें कि हाल ही में कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने उत्तर प्रदेश कांग्रेस में बड़ा फेरबदल किया है। कांग्रेस ने राज बब्बर को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाते हुए यह जिम्मेदारी कुशीनगर से विधायक अजय कुमार लल्लू को सौंप दी है। इसके साथ ही 41 सदस्यीय प्रदेश कांग्रेस कमेटी का गठन भी किया गया है। पार्टी हाईकमान ने कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता की जिम्मेदारी विधायक आराधना मिश्रा 'मोना' को देने का फैसला किया है। वैश्य समाज से आने वाले अजय कुमार लल्लू को प्रियंका गांधी का करीबी माना जाता है। अजय कुमार लल्लू के प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के बाद उनकी जगह पर आराधना मिश्र विधायक दल की नेता होंगी। आराधना मिश्रा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी की बेटी हैं।