Arushi Murder Case: 9 साल तक चला मामला, जानिए कब-कब क्या-क्या हुआ?
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आज आरुषि हत्याकांड में अपना फैसला सुनाते हुए राजेश तलवार और नुपुर तलवार को बरी कर दिया है।
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नई दिल्ली। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आज आरुषि हत्याकांड में अपना फैसला सुनाते हुए राजेश तलवार और नुपुर तलवार को बरी कर दिया है। आरुषि तलवार के माता-पिता राजेश तलवार और नुपुर तलवार ने कोर्ट में याचिका दायर की थी। 16 मई 2008 को आरुषि तलवार का शव घर से बरामद हुआ था। राजेश और नुपुर ने सीबीआई कोर्ट के खिलाफ याचिका दायर की थी, जिसमें सीबीआई कोर्ट ने आरुषि की हत्या के लिए नुपुर और राजेश तलवार को दोषी करार दिया था। तलवार दंपति 2013 से गाजियाबाद की डासना जेल में हैं। आईए डालते हैं इस पूरे मामले की टाइमलाइ पर एक नजर
Arushi Murder Timeline
16
मई
2008
आरूषि
का
शव
नोएडा
स्थित
घर
में
बेडरूम
में
मिला,
आरुषि
का
गला
रेतकर
हत्या
की
गई
थी।
घर
में
काम
करने
वाले
हेमराज
पर
हत्या
का
आरोप
लगा
17
मई
2008
हेमराज
का
शव
घर
की
टेरेस
से
बरामद
हुआ।
18
मई
2008
पुलिस
ने
बताया
कि
हत्या
सर्जिकल
औजार
से
हुई
है,
घर
के
भीतर
किसी
पर
शक
जताया
गया
19
मई
2008
तलवार
के
घर
में
काम
करने
वाले
दूसरे
कर्मचारी
विष्णु
पर
हत्या
का
आरोप
लगा
21
मई
2008
दिल्ली
पुलिस
ने
हत्या
की
जांच
शुरू
की
22
मई
2008
हत्या
का
आरोप
तलवार
दंपति
पर
लगा,
इस
मामले
की
जांच
ऑनर
किलिंग
के
तौर
पर
शुरू
हुई।
पुलिस
ने
आरुषि
के
दोस्तों
से
पूछताछ
शुरू
की,
जिससे
उसने
हत्या
से
पहले
45
दिनों
में
688
बार
बात
की
थी।
23
मई
2008
राजेश
तलवार
को
दोहरे
हत्याकांड
के
आरोप
में
गिरफ्तार
किया
गया
1
जून
2008
सीबीआई
ने
मामले
की
जांच
शुरू
की
13
जून
2008
सीबीआई
ने
राजेश
तलवार,
कृष्णा
को
गिरफ्तार
किया
20
जून
2008
राजेश
तलवार
का
लाई
डिटेक्टर
टेस्ट
कराया
गया
25
जून
2008
नुपुर
तलवार
का
लाई
डिटेक्टर
टेस्ट
कराया
गया,
पहले
टेस्ट
में
कुछ
खास
नहीं
निकला
3
जुलाई
2008
सुप्रीम
कोर्ट
ने
उस
पीआईएल
को
खारिज
किया
जिसमे
नार्को
एनालिसिस
टेस्ट
को
चुनौती
दी
गई
थी
12
जुलाई
2008
राजेश
तलवार
को
डासना
जेल
से
आजाद
किया
गया।
5
जनवरी
2010
सीबीआई
ने
तलवार
दंपति
का
नार्को
टेस्ट
कराने
के
लिए
याचिका
दायर
की
29
दिसंबर
2010
सीबीआई
ने
क्लोजर
रिपोर्ट
फाइल
की,
नौकरों
को
क्लीन
चिट
दी
गई,
लेकिन
दंपति
पर
सवाल
खड़ा
किया
गया।
25
जून
2011
राजेश
तलवार
पर
गाजियाबाद
कोर्ट
में
हुआ
हमला
9
फरवरी
2011
कोर्ट
ने
सीबीआई
रिपोर्ट
को
मंजूर
किया,
तलवार
दंपति
पर
इस
रिपोर्ट
में
सबूतों
को
मिटाने
का
आरोप
था
21
फरवरी
2011
तलवार
दंपति
ने
इलाहाबाद
हाई
कोर्ट
का
रुख
किया,
उनके
खिलाफ
ट्रायल
को
रद्द
करने
की
मांग
की
।
18
मार्च
2011
हाई
कोर्ट
ने
तलवार
दंपति
की
याचिका
को
खारिज
किया
और
दंपति
के
खिलाफ
जांच
का
आदेश
दिया।
19
मार्च
2011
तलवार
दंपति
ने
सुप्रीम
कोर्ट
का
रुख
किया,
जिसमें
ट्रायल
को
रोकने
की
अपील
की
6
जनवरी
2012
सुप्रीम
कोर्ट
ने
तलवार
दंपति
की
याचिका
को
खारिज
किया
और
ट्रायल
को
जारी
रखने
का
निर्देश
दिया
11
जून
2012
स्पेशल
जज
एस
लाल
के
सामने
फिर
से
शुरू
हुआ
मामले
का
ट्रायल
10
अक्टूबर
2013
फाइनल
बहस
शुरू
हुई
25
नवंबर
2013
गाजियाबाद
की
सीबीआई
कोर्ट
ने
दंपति
को
आरोपी
ठहराया
26
नवंबर
2013
सीबीआई
कोर्ट
ने
तलवार
दंपति
को
उम्रकैद
की
सजा
सुनाई
21
जनवरी
2014
राजेश
तलवार
और
नुपुर
तलवार
ने
इलाहाबाद
हाई
कोर्ट
में
सीबीआई
कोर्ट
के
फैसले
के
खिलाफ
अपील
की
19
मई
2014
इलाहाबाद
हाई
कोर्ट
ने
जमानत
याचिका
को
खारिज
किया
11
जनवरी
2017
इलाहाबाद
हाई
कोर्ट
ने
तलवार
दंपति
के
सीबीआई
कोर्ट
के
फैसले
के
खिलाफ
याचिका
पर
फैसला
सुरक्षित
रखा।
17
सितंबर
2017
इलाहाबाद
हाई
कोर्ट
ने
आरुषि
और
हेमराज
हत्याकांड
में
अपना
फैसला
सुरक्षित
रखा।
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