
भारत सरकार ने 1 जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध का किया ऐलान
नई दिल्ली, 28 जून। पर्यावरण को बचाने के लिए भारत सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। पर्यावरण मंत्रालय ने इस दिशा में बड़ा फैसला लेते हुए सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह से पाबंदी लगाने का फैसला लिया है। पर्यावरण मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि भारत 1 जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक के उत्पाद के निर्माण, आयात, निर्यात और बिक्री पर पूरी तरह से पाबंदी लगाने जा रहा है। इस प्लास्टिक की उपयोगिता बहुत कम होती है लेकिन यह पर्यावरण को नुकसान सबसे अधिक पहुंचाता है। लिहाजा इसे 1 जुलाई से पूरे देश में प्रतिबंधित किया जा रहा है।

सरकार के फैसले के बाद प्लास्टिक की स्ट्रॉ, प्लास्टिक की पन्नी मे लिपटी टॉफी, प्लास्टिक की पन्नी लगी मिठाई के डिब्बे पर प्रतिबंध लग जाएगा। दरअसल पीएम मोदी ने चार साल में चरणबद्ध तरीके से सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध की बात कही थी। इसी दिशा में सरकार ने यह पहला अहम कदम उठाया है। तकरीबन 19 प्लास्टिग उत्पादों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। वो सारे उत्पाद जो सिर्फ प्लास्टिक के बने होते हैं और सिर्फ एक बार ही इस्तेमाल किए जाते हैं उसपर 1 जुलाई से प्रतिबंध लगा दिया गया है।
पर्यावरणविद सतीश सिन्हा कहते हैं कति हम हर रोज प्लास्टिक खा रहे हैं, पी रहे हैं, सांस ले रहे हैं। कई साल से हमने वन्यजीव पर यह खतरा पैदा किया है। अब प्लास्टिक हमारे खून में घुल गया है। प्लास्टिक सिर्फ कूड़ा नहीं होता है बल्कि यह जहरीला रसाय होता है, इससे हमे काफी नुकसान पहुंचता है, लिहाजा इसे रोकने के लिए बड़ा कदम उठाने की जरूरत है। औसतन हर भारतीय एक साल में 10 किलोग्राम प्लास्टिक का इस्तेमाल करता है। लिहाजा हर साल 35 लाख टन घरेलू प्लास्टिक का कचरा पैदा करते हैं, जिसकी वजह से कूड़े का अंबार लगता है।